मुखिया व उपमुखिया ने रचा जी०आर० राशि गबन का खेल, खुलासे के बाद घोटालेबाज मे मचा कोहराम…
कोचाधामनप्रखंड के पंचायत बिशनपुर के वार्ड 10का जीoआरo घपला फिर से खुलकर सामने आया है।ज्ञात हो की पिछले दिनो वार्ड 11 के घोटाले के खुलासे के बाद घोटाले बाज मे कोहराम मच गया था और प्रशासन की आंखे फट गई थी।वार्ड न०-10 के वार्ड सदस्य अवसार आलम वर्तमान मे ग्राम पंचायत बिशनपुर के उप-मुखिया जैसे महत्वपूर्ण पद पर आसीन होकर एक सुखी सम्पन्न परिवार से होने के बावजूद पहले तो खुद लुटा है,वार्ड 10 के क्रमांक 137 मे उपमुखिया क्रमांक-119,154 (अविवाहित पुत्र) 165 (पुत्री) 22 (अविवाहित भाई) क्रमांक-28 (मनजर आलम जी राजस्व विभाग मे सरकारी
कलर्क) है। वही क्रमांक-6 मे बारीक अनवर के पुत्री का नाम क्रमांक 25 मे।क्रमांक 20 जाबीर के अविवाहित पुत्र का नाम क्रमांक-56 मे तो क्रमांक-105 बदरूल हक के बिबी का नाम क्रमांक-63 मे।क्रमांक-170 मुंशी साजीदुर रहमान के अविवाहित पुत्र,
यासीर अराफात (35) सफत रेजा (38) इसी तरह क्रमांक 53, 54, 90, 91, 98, 103, 104, 118, 149, 200, 201, 205 जो संज्ञान मे आया है की सेवानिवृत्ति शिक्षक के अविवाहित पुत्र, दुसरे वार्ड का, अविवाहित,डबल है।वही क्रमांक-150 के कासेरा बेगम का नाम वार्ड 5 के क्रमांक 45 मे है।ईसी तरह कई और नाम भी है, मुखिया, ऊपमुखिया ने जमकर लुट मचाई है।गरीबो के हक
मारी मे प्रशासन मौन क्यो।आप को बताते चले की कोचाधामन प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बिशनपुर में रेवड़ी की तरह जीआर की राशि बांटी गई है।जिला प्रशासन की वेबसाइट पर जारी वार्ड नंबर 11 की जीआर सूची में क्रमांक 11 में खुद वार्ड सदस्य मुजिबुर्हमान क्रमांक 5 में उनकी पत्नि बेगम तथा क्रमांक 190 में उनकी नाबालिग बेटी शमा नाज का नाम है।खुद वार्ड सदस्य ने अपने परिवार
के कुल 3 सदस्यों के नाम से जीआर राशि ली है।वहिं बिशनपुर पंचायत समिति सदस्य प्रत्याशी रही नुरदाना बेगम का नाम क्रमांक 110 पर तथा उसका पति नासीर का नाम क्रमांक 84 पर अंकित है।उत्क्रमित हाईस्कूल असूरा का प्रधान शिक्षक आदिल गफ्फार का नाम क्रमांक 7 पर अंकित है।+2 हाईस्कूल सोन्था के शिक्षक अब्दुस सलाम का नाम क्रमांक 40 में दर्ज है साथ ही उसकी पत्नी
व अविवाहित बेटी का नाम क्रमांक 210 तथा 214 में दर्ज है।इतना ही नही वार्ड नंबर 11 के मतदाता सूची में एक भी परिवार अंसारी जाती से नहिं मगर रुप्ये के लेन-देन कर क्रमांक 158 तथा 159 में 2 अंसारी जाती का नाम देख कर लोग हतप्रभ हैं।इसी वार्ड के जीआर सूची में क्रमांक 165 पर नजर सुब्हानी का नाम है जो वार्ड नंबर 12 निवासी है, क्रमांक 186 पर कमर जहाँ का नाम
दर्ज है जो वार्ड नंबर 12 निवासी है तथा नाबालिग है।क्रमांक 123 पर अंजर आलम पिता तैयब आलम का नाम है जो वार्ड नंबर 4 बिशनपुर गांव निवासी है।वहीं क्रमांक 166 पर शंकर प्रसाद चौधरी पिता स्व गोविंद प्रसाद चौधरी का नाम दर्ज है जो बिशनपुर गांव में वार्ड नंबर 3 का निवासी है।इसके साथ ही क्रमांक-1, 6, 9, 15, 31, 32, 35, 38, 40, 45, 50, 60, 66, 73, 77, 83, 84, 91, 95, 99, 100, 106, 108, 110, 111, 112, 116, 124, 125, 127, 133, 134, 139, 147, 151, 160, 161, 189, 193, 176, 170, 203,206, में अंकित नाम या तो डबल ट्रीपल है या फिर दुसरे वार्ड या पंचायत या गांव का निवासी है या
नाबालिग छात्र है।प्रशासन को चिन्हित कर एफआईआर दर्ज कर अवैध रूप से ली गई राशि अंचल कार्यालय के खजाने में जमा करवाना चाहिए।आपको मालुम हो की इससे पूर्व भी स्थानीय मुखिया मुनाजीर आलम पर प्रखंड कोचाधामन के आरoटीoपीoएसo कर्मी मरगुब आलम के साथ मारपीट करने के मामले मे प्रशासन द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर अभियुक्त बनाया जा चुका है, तथा हल्का कचहरी परिसर बिशनपुर मे अवैध कब्जा करने के आरोप मे अंचलाधिकारी ओम प्रकाश भगत द्वारा प्राथमिकी दर्ज किया जा चुका है।वही इस सम्बन्ध में एसडीएम किशनगंज मो० शफीक ने बताया की जिन-जिन लोगो ने डबल-डबल राहत राशि ली है उन लोगो को नोटिस किया गया है उचित कारवाई जो भी होगी की जायेगी।वही प्रखंड विकाश पदाधिकारी कोचाधामन मिर्तुन्जय कुमार से पूछने पर उन्होंने बताया की हमलोग चिन्हित कर रहे है वैसे अंचलाधिकारी कोचाधामन ने एक नोटिस सभी को भेजा गया है…।
वही मो० सरफराज खान रिंकू जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस किशनगंज ने कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए कहा है की नैतिकता की बात करने वाले सीएम नीतीश कुमार के राज में लगभग राज्य के सभी जिलों का यही हाल है बहुत जिलो से सुनने को मिला है मै सरकार से मांग करता हुं अविलंब किशनगंज को कलंकित होने से बचाया जाए और इस मामले की उचित जांच कर दोषियो को जेल भेजा जाए।
आपको बताते चले की जब इस सबंध में एम.के.रिजवी उर्फ़ नन्हा मुस्ताक प्रदेश महासचिव यूवा राजद से मंतव्य लिया गया तो उन्होंने बताया की जीआर रिलीफ फंड में गलत लोगो जो बाढ़ पीड़ित नहीं थे जिनके चूल्हे बाढ़ के कारण बंद नहीं हुए थे वैसे लोगो को राशि दी गई इतना ही नहीं परिवार के कई सदस्यों को राशि दी गई है दूसरी ओर गरीब मजदुर जो रोज कमाते है और खाते है जिनके चूल्हे नहीं जले बाढ़ में कई दिनों तक फंसे रहे वैसे को कोई सरकारी रहत राशि नहीं मिली,जीआर राशि नहीं देना अन्याय एवं इंसानियत से गिरी हुई बात है सरकार पदाधिकारी का कहना है की वैसे लोगो को जो बाढ़ पीड़ित नहीं थे यदि राशि दी गई है तो वह राशि उनसे वापस लेकर पीड़ित परिवारो को देने हेतु सूचित किया जा चूका है कोचाधामन प्रखंड के बिशनपुर पंचायत में एक परिवार ऐसा भी है जो पंचायत स्तर के जन प्रतिनिधि भी है जब उन्होंने एक ही परिवार के दो लोगो को दी गई राशि में से जब एक परिवार को राशि 6,000/रुपया वापस किया गया तो वहा के करीब दो से अधिक परिवारो से राशि सरकार को लौटा दी जो वैसे लोग के लिए मिसाल है जो पीड़ित नहीं फिर भी 6,000/ रुपया ले चुके है पदाधिकारियों को चाहिए की इस ओर कठोर कदम उठाए…
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर