सेक्स रैकेट का अड्डे से पुलिस ने स्टूडेंट, एमआर, मैकेनिक समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है। यह सभी दिन में अपना काम करने के बाद रात में मजे के लिए सेक्स रैकेट के अड्डे पर आते थे। राजीवनगर पुलिस ने फेसबुक और वाट्सएप के माध्यम से चलने वाले इस रैकेट का भंडाफोड़ किया है।राजीवनगर थाना के वीवीआईपी कॉलोनी कहे जाने वाले मजिस्ट्रेट कॉलोनी के गली नंबर दो स्थित आलीशान मकान में गुरुवार की रात पुलिस ने छापेमारी कर 3 ग्राहकों नवनीत कुमार, कर्मवीर कुमार और किशोर कुमार को आपत्तिजनक स्थिति में दबोच लिया। साथ ही 5 दलालों राकेश कुमार,गोपाल बाबरी, सौरव मंडल, देवाशीष घोष राजेश घोष को मौके से गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने वहां से दो महिलाओं को भी मुक्त कराया।ग्राहकों में कर्मवीर बिहिया, भोजपुर का रहने वाला है और वह दिल्ली विवि में बीए का छात्र है,जबकि छपरा
निवासी नवनीत एक दवा कंपनी में एमआर है।वहीं, हनुमान नगर में रहने वाला किशोर मैकनिक है।सभी दलाल बंगाल के दुर्गापुर के रहने वाले हैं।पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में कंडोम, कामोत्तेजक पदार्थ, 10 हजार नकद, दस मोबाइल आदि जब्त किया है। पुलिस के आने से पहले ही संचालक राहुल कुमार फरार हो गया। मुक्त कराई गईंदोनों महिलाएं 21-22 साल की हैं जो दुर्गापुर की रहने वाली हैं।चौंकाने वाली बात यह है कि मौके पर पहुंचे विधि-व्यवस्था डीएसपी शिबली नोमानी थानेदार मृत्युंजय कुमार ने स्थानीय लोगों से पूछ ताछ की तो किसी ने कुछ नहीं बताया।डीएसपी शिबली नोमानी ने बताया कि बंगाल से महिलाओं को वहीं के दलाल लेकर पटना आते हैं और देहव्यापार कराते हैं।संचालक फरार है।पुलिस इस गिरोह के नेटवर्क को खंगाल रही है। पकड़े गए दलालों ग्राहकों का सत्यापन करने में पुलिस जुटी है।जहां देह व्यापार का धंधा चल रहा था वहां खाने-पीने से लेकर
रहने सोने की पूरी व्यवस्था थी।नई चौकी पर नया-नया गद्दा बिछा हुआ था। शाम ढलते ही वहां ग्राहकों का आना शुरू हो जाता था। दलाल ग्राहकों को संपर्क कर यहां बुलाते थे। एक घंटे का चार्ज एक हजार रुपए था। लेकिन सेक्स वर्करों को 200 से 300 ही दिया जाता था।