पिछले कई दिनों से जिले में सक्रिय आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले कई गिरोहों का पुलिस ने पर्दाफाश कर 11 अपराधियों को गिरफ्तार किया।इन अपराधियों का तार अन्य जिलों झारखंड से जुड़े रहने की बात सामने आई है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से कई हथियार कारतूस भी बरामद किया गया है।बुधवार को एसपी विकास बर्मन ने नगर थाना में प्रेस काॅन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों को बताया कि 21 दिसम्बर को गल्ला व्यवसायी विक्की कुमार को गोली मारने वाला सुपारी किलर सहित अलग-अलग मामलों में 11 अपराधियों को हथियारों लूट के सामान के साथ विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया है।उन्होंने बताया कि गल्ला व्यवसायी विक्की को मारने के लिए 3 लाख में मिर्जापुर निवासी राजेश चौधरी से उसका पड़ोसी व्यवसायी प्रमोद कुमार ने डील किया था।इसमें शामिल मिर्जापुर के सुपारी किलर राजेश चौधरी,मनोज चौधरी,संकट मोचन गोनावां निवासी प्रमोद कुमार,अकबरपुर थानाक्षेत्र के गोसांय बिगहा निवासी राजेन्द्र चौधरी उर्फ जागो योगेन्द्र चौधरी,मिर्जापुर निवासी निधी उर्फ सोमेश सत्यम तथा न्यू एरिया के चैौरसिया काॅलोनी निवासी कुणाल कुमार को गिरफ्तार किया गया है।इसमें कुणाल के घर से 3 देशी कट्टा,7.65 का 5 कारतूस 315 बोर का 6 कारतूस बरामद किया गया।बताते चले की सुपारी किलर राजेश चौधरी के साथ 21 दिसम्बर के पहले गल्ला व्यवसायी विक्की की हत्या की डील 3 लाख में हुई थी।इसके लिए डेढ़ लाख एडवांस में दिया गया था।बाकी की रकम काम खत्म होने पर दी जानी थी पर काम नहीं हो सका।उसके बाद प्रमोद को फोन पर शेष बचे डेढ़ लाख के लिए धमकी मिलने लगी।बताया जाता है कि 2014 में प्रमोद के भाई पंकज की हत्या हुई थी,जिसमें विक्की की संलिप्तता का शक करके प्रमोद ने विक्की की हत्या कराने को लेकर यह प्लान बनाया था।परंतु पुलिस ने विशेष टीम गठन कर इस खूनी खेल से पर्दा उठा दिया।एसपी ने बताया कि राजेश वर्ष 2000 में हत्या के एक मामले में जेल में बंद था।2005 में जेल से निकल कर 2008 में अपहरण के मामले में फरार हुआ था।एसपी विकास बर्मन ने नगर थाना में प्रेस काॅन्फ्रेंस के दौरान जब्त हथियारों अपराधियों को पेश किया।