सीडीपीओ के गिरफ्तारी की मांग को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष एकजुट, 92 घंटो से अधिक समय बीत जाने के बाबजूद आरोपी सीडीपीओ शशिकला सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने से लोगों में आक्रोश…
किशनगंज दिनांक-11.04.2018 को आईसीडीएस कर्मी पल्लवी सिंह आत्महत्या मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है।मालूम हो कि 11 अप्रैल को पल्लवी ने सीडीपीओ शशिकला सिंह की प्रताड़ना से तंग आकर आत्म हत्या कर लिया था।जिसके बाद ना सिर्फ जिले के आईसीडीएस कर्मियों में आक्रोश पनप गया बल्कि राज्य भर के आईसीडीएस कर्मी इस मामले पर गोल बंद हो चुके है।जिसके बाद से ही जिलेभर में आंदोलन का दौर आरम्भ हो चुका है।मालूम हो कि पल्लवी बतौर महिला प्रावेक्षिका आईसीडीएस विभाग में कार्यरत थी और विगत दो सालो से उसने सीडीपीओ के खिलाफ ना सिर्फ राज्य महिला आयोग में बल्कि तमाम प्रसाशनिक महकमे को सीडीपीओ के क्रिया-कलापो से अवगत करवाया था।लेकिन प्रशासनिक महकमे में गहरी पैठ और एक वरीय उप समाहर्ता के रसूख की वजह से सीडीपीओ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसका नतीजा हुआ की जीवन से हार कर पल्लवी
आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर मजबुर हो गई।मालूम हो कि पल्लवी के दो दो छोटे बच्चे है जिनका भविष्य इस घटना के बाद पूरी तरह अंधकारमय हो चुका है।14 अप्रैल को किशनगंज पहुंचे जदयू बिहारीगंज विधायक निरंजन कुमार सिंह पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे साथ ही उन्होंने कहा कि दोषी सीडीपीओ एवं अन्य आरोपियों कि गिरफ्तारी जल्द हो इसके लिए उन्होने एसपी राजीव मिश्रा से बात कि है।इस मौके पर उपस्थित जदयू विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम ने कहा कि राज्य सरकार पल्लवी को इंसाफ दिलवाने के लिए
कृत्संकल्पित है और पूरे मामले को सदन में वो उठाएंगे जबकि जदयू के वरिष्ठ नेता और लोकसभा प्रत्याशी श्री महमूद अशरफ ने कहा कि पल्लवी को आत्महत्या के लिए जिसने भी मजबुर किया है वो बचेगा नहीं।मालूम हो कि पल्लवी की मौत के बाद से ही जिले में अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश है और सभी का कहना है कि जब दो सालो से पल्लवी आवेदन पर आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा रही थी तो जिला प्रशाशन किस कुंभकर्णी निंद्रा में सोया हुआ था।मालूम हो कि जिले भर में पल्लवी सिंह अपनी साफ सुथरी छवि के लिए विख्यात थी और उसकी मौत के बाद जिले के लोगो में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है।पल्लवी को न्याय
दिलवाने के लिए ना सिर्फ सत्ता पक्ष बल्कि विपक्ष भी एक जुट देखा जा रहा है और सभी एक जुट होकर प्रशाशन पर कार्रवाई का दबाव बना रहे है।92 घंटो से अधिक समय बीत जाने के बाबजूद आरोपी सीडीपीओ शशिकला सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने से लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।वहीं दूसरी तरह आईसीडीएस महिला प्रावेक्षिकाओ का एक शिष्ट मंडल शनिवार 14 अप्रैल को सीडीपीओ की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एसडीपीओ कामिनी बाला से मिला और गिरफ्तारी की मांग की है जिसके बाद एसडीपीओ कामिनी बाला ने बताया कि किसी भी परिस्थिति में आरोपी सीडीपीओ शशिकला सिंह की गिरफ्तारी की जाएगी।मालूम हो कि पल्लवी की मौत के बाद से ही उसकी मां के आशु थमने का नाम नहीं ले रहे है और उसकी करूणामयी चीत्कार से पूरा मोहल्ला रो रहा है।पल्लवी की मां के आशुओ को इंसाफ मिलेगा या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन पूरे प्रकरण में बिहार सरकार की प्रशासनिक व्यवस्था सवालों के घेरे में है।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह