समस्तीपुर में आक्रोशित लोगों ने किया पुलिस पर पथराव, एएसपी और थानाध्यक्ष हुए जख्मी…
समस्तीपुर बिहार के समस्तीपुर जिला के रोसड़ा में सोमवार की रात दो पक्षों में हुए विवाद ने मंगलवार दिनांक-28.03. 2018 को तूल पकड़ लिया।सैकड़ों की संख्या में लोग जुट गए और बवाल करने लगे।रोसड़ा के मुख्य सड़क पर आगजनी की गई और सड़क जाम कर दिया।हंगामे को देखते हुए दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर ली।उग्र लोगों ने सड़क किनारे लगी कई बाइक को आग के हवाले कर दिया।सूचना पाकर पहुंचे पुलिस कर्मियों व अधिकारियों पर लोगों ने पथराव कर दिया।इसमें दलसिंहसराय के एएसपी संतोष कुमार जख्मी हो गए।वहीं,थानाध्यक्ष डीएन मेहता और अन्य पुलिसकर्मी चोटिल हो गए।पुलिस ने लोगों को तीतर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की।बुधवार दिनांक-28.03.2018 को डीएम प्रणव कुमार और एसपी दीपक
रंजन ने पीस कमेटी की बैठक बुलाई।इस बैठक में दोनों पक्ष के लोगों को बुलाया गया है और तनाव खत्म करने के मुद्दे पर चर्चा की जा रही है।रोसड़ा में 400 से अधिक पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है।रैपिड एक्शन फोर्स के दो बटालियन बुलाए गए हैं।पूरे शहर में पुलिस के जवान गश्त लगा रहे हैं।घटना स्थल गुदरी बाजार के दुकानदारों को आज अपनी दुकानें बंद रखने को कहा गया है।
- पुलिस छावनी में तब्दील रोसड़ा
- स्थिति नियंत्रण में: कमिश्नर
- चप्पल गिरने से शुरू हुआ विवाद
रोसड़ा में बुधवार शाम तक इंटरनेट बंद किया गया है।विवाद के चलते रोसड़ा में तनाव है।सुरक्षा व्यवस्था के लिए जगह-जगह पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है।डीएम और एसपी ने रोसड़ा के धार्मिक स्थलों का जायजा लिया।पूरे जिले के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।दरभंगा जोन के कमिश्नर एचआर श्रीनिवासन,आईजी पंकज दरार और डीआईजी विनोद कुमार भी रोसड़ा पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।रोसड़ा में धारा 144 लगा दी गई।इसके साथ ही हथियार लेकर चलने पर भी पाबंदी लगी है।कमिश्नर एचआर श्रीनिवासन ने कहा कि दो गुटों के बीच उत्पन्न तनाव को नियंत्रित कर लिया गया है।पुलिस पर हमला,एक भवन के गेट को नुकसान पहुंचाने और बाइक जलाने की अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है।एक युवक को गिरफ्तार किया गया है।तनाव उत्पन्न कराने वाले लोगों की वीडियो रिकॉर्डिंग पुलिस को मिल गई है।घटना को राजनीतिक रंग देने वालों पर कार्रवाई होगी।आईजी पंकज दरार ने कहा कि सोमवार को जब जुलूस गुजर रही थी तब छत पर जुलूस देख रहे किसी बच्चे का चप्पल गिर गया था।चप्पल गिरने पर स्थानीय लोगों ने अपने स्तर से मामले को खत्म कर दिया था।किसी भी पक्ष ने घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी थी।मंगलवार को इस मामले को राजनीतिक रंग देकर विवाद बढ़ाया गया तब पुलिस को सूचना मिली।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर