मौत के बाद पत्नियों के झगड़े में फंसे दारोगा जी, एक हिन्दू पत्नी शव को जलाने पर अड़ी तो दूसरी ईसाई पत्नी शव को दफनाने में….
बिहार के मुजफ्फरपुर में पुलिस के एक रिटायर अधिकारी की लाश मजहब की चक्की में 24 घंटों तक पिसती रही।मृतक की एक हिन्दू पत्नी शव को जलाने पर आमादा थी तो दूसरी ईसाई पत्नी शव को दफन करना चाहती थी।दरअसल नगर थाना मुजफ्फरपुर के भोला चौक निवासी दारोगा कृष्णदेव प्रसाद चौधरी ने 2 शादियां की थी।पहली हिन्दू पत्नी मंजू देवी से उनके दो बेटे और चार बेटियां थी तो दूसरी ईसाई पत्नी ज्वॉयस विश्वास से तीन बेटे और दो बेटियां थी।बुधवार की दोपहर दारोगा जी की मौत ईसाई परिवार के बीच हो गयी जो ईसाई रिवाजों से उनकी अंत्येष्टि करना चाहते थे।मृतक दारोगा के ईसाई पुत्र भूपेंद्र कुमार का कहना है कि पिता हमारे साथ पिछले कई सालों से रहे थे।हमलोग दो भाई और तीन बहनें हैं।हमलोग ईसाई रिति रिवाज से उनको दफनाना चाहते हैं लेकिन हमलोगों को रोका जा रहा है जबकि पहली हिन्दू पत्नी से बेटी किरण कुमारी ने कहा कि हमारे पिता हिन्दू थे लिहाजा हमलोग उनका दाह संस्कार करना चाहते हैं।अनोखा मामला देख आसपास के लोग भी जुट गए और किसी ऐसे उपाय पर विचार करने लगे,जिससे दोनों की मन की बात पूरी हो जाए।
- विवाद की वजह कृष्णदेव की दो पत्नियां थी।
- रिटायर्ड डीएसपी कृष्णदेव प्रसाद की मौत बुधवार रात को हो गई थी।
- खबर मिलने पर गुरुवार को उनके परिजन जुटे तो अंतिम संस्कार किस विधि से हो इसपर विवाद हो गया।
- उनकी मौत की सूचना मिलने पर गुरुवार सुबह पहली पत्नी अपने बेटे-बेटियों से साथ आई और विलाप करने लगी।