मुजफ्फरपुर में पोस्टमार्टम के बाद शव बदलने का मामला घटना से आक्रोशित लोगों ने जमकर किया हंगामा व एसकेएमसीएच के सामने मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी मार्ग पर किया जाम…
बिहार में इन दिनों स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति दिनों-दिन खराब होती जा रही है।कहीं मरीज समय पर एंबुलेंस न मिलने के कारण मौत के मुंह में चले जाते हैं तो कभी शव को घर ले जाने के लिए वाहन उपलब्ध नहीं हो पाता है।लेकिन इन सब से बढ़कर मुजफ्फरपुर में पोस्टमार्टम के बाद शव बदलने का मामला सामने आया है।जिले के प्रमुख अस्पताल एसकेएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस से लाश बदलने पर परिजन ने जमकर हंगामा किया।मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी मार्ग पर जाम कर दिया।इससे यातायात बाधित रहा।अहियापुर पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।लाश की अदला-बदली हुई।एसकेएमसीएच प्राचार्य ने जांच के आदेश दिए हैं।बोचहां के उनसर के राकेश कुमार उर्फ मोनू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।शव पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने एसकेएमसीएच भेज दिया।सरमस्तपुर, पारू के राजकिशोर सिंह भी सड़क दुर्घटना में घायल होकर एसकेएमसीएच में इलाजरत थे।उनकी भी मौत गुरुवार को हो गई तो शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।आज सुबह दिनांक-09.06.2017 को दोनों शवों का पोस्टमार्टम हुआ।पारू के रामकिशोर सिंह के परिजन को शव मिला तो वे घर लेकर चले गए।इस बीच दोपहर करीब 12 बजे राकेश उर्फ मोनू के परिजन शव लेने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो वहां तैनात कर्मी ने कहा कि बाहर रख दिया था,गायब हो गया।इतना सुनकर परिजन आगबबूला होकर हंगामा करने लगे।पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा के बाद एसकेएमसीएच के सामने मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी मार्ग पर जाम कर दिया।सूचना मिलने के बाद अहियापुर थानाध्यक्ष विजय कुमार पहुंचे तथा परिजन से बातचीत की।पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस के कर्मी मनोज मल्लिक को कब्जे में लेकर सख्ती से पूछताछ की।इस पर मनोज ने बताया की शव है।इसी बीच पारू से सूचना आई कि वहां जो शव गया है,वह दूसरे का है।वहां भी लोग हंगामा कर रहे हैं।इस पर पारू और बोचहां पुलिस से संपर्क किया गया तो पता चला कि दोनों थानाक्षेत्रों में सड़क दुर्घटना मौत हुई है।पोस्टमार्टम के बाद शव बदल गया है।पारू पुलिस की मदद से शव वहां से लाकर अदला-बदली की गई।गौर करे की दूसरी ओर पोस्टमार्टम के बाद रामकिशोर सिंह का शव कफन से लिपटा हुआ पारू के सरमस्तपुर गांव पहुंचा तो अंतिम शक्ल देखने को भीड़ उमड़ पड़ी।जैसे ही कफन हटाया गया तो शव किसी दूसरे का देख परिजन के साथ ही ग्रामीण भड़क गए।एसकेएमसीएच प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। यहां भी हंगामा होने लगा।मृतक के पुत्र चिंटू कुमार ने बताया कि नंबर के आधार पर शवों का पोस्टमार्टम होता है।उसी नंबर के मुताबिक शव दिया जाता है।पोस्टमार्टम कर्मियों की लापरवाही से पापा के शव की जगह किसी दूसरे का भेज दिया गया।मुखिया प्रमोद सिंह ने कहा कि जैसे ही किसी दूसरे का शव देखा गया,पारू थाना समेत जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया।सभी अधिकारियों ने शव वापस करने की बात कही।माकपा नेता उमेश सिंह ने किसी दूसरे का शव परिजन को सौंपे जाने की पहली घटना बताते हुए कहा कि मेडिकल प्रशासन की लापरवाही की पोल खुल गई।उन्होंने डीएम से घटना की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।
बिहार के मुजफ्फरपुर में पोस्टमार्टम के बाद शव बदलने का मामला आया सामने इस घटना से आक्रोशित लोगों ने जमकर किया हंगामा…
घटना में खास…
- राकेश कुमार उर्फ मोनू की पटियास के पास सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
- रामकिशोर सिंह तरियानी के पास घायल होकर एसकेएमसीएच में भर्ती थे।
- पोस्टमार्टम हाउस से जब शव निकले तो उस पर नाम व नंबर होना चाहिए,जो नहीं था।
- स्थानीय लोगों का आरोप कि इस तरह का खेल यहां पर प्रतिदिन व लाश का ‘सौदा होता है।
- अहियापुर पुलिस के हस्तक्षेप के बाद हुआ मामला शांत।एसकेएमसीएच प्राचार्य ने दिए जांच का आदेश।
- जगन्नाथ सिंह ने पुलिस को आवेदन देकर आरोप लगाया कि 1500 रुपये पोस्टमार्टम से पहले मांगा गया।स्थानीय लोगों ने एसएसपी मुजफ्फरपुर से इस सम्बन्ध में नकेल कसने की अनुरोध की…
लाश का किया ‘सौदा’ लाश बदलने के बाद पोस्टमार्टम हाउस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है।आपको बताते चले की रामकिशोर सिंह के परिजन ने आरोप लगाया कि यहां पर लाश का ‘सौदा’ होता है।एक तो घर उजड़ता है,उस पर से यहां पर जो जेब में धन है,उसको भी खाली करना पड़ता है।अगर पैसा नहीं दिए तो किसी प्रकार से शव को चीर-फाड़ कर दे दिया जाएगा।रामकिशोर सिंह के परिजन जगन्नाथ सिंह ने पुलिस को आवेदन देकर आरोप लगाया कि 1500 रुपये पोस्टमार्टम से पहले मांगा गया।उसके बाद दोबारा 1500 रुपये की मांग हुई।वह नहीं दिया तो शव बदल दिया गया।पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया।स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि इस तरह का खेल यहां पर प्रतिदिन होता है। इस पर नकेल लगनी चाहिए।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर