उत्तर बिहार की अघोषित आर्थिक और सांस्कृतिक राजधानी मुजफ्फरपुर के लोगों का गुस्सा चरम पर है।मुजफ्फरपुर में हुए दोहरे हत्याकांड के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आये हैं।स्थानीय लोगों ने शहर के अखाड़ाघाट चौक को जाम कर दिया है।स्थानीय लोग अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने से काफी गुस्से में हैं।लोगों में पुलिस की लापरवाही को लेकर काफी आक्रोश है।जानकारी के मुताबिक लोगों ने बीच सड़क पर लोहे के रॉड को बीचो-बीच रख दिया है और टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।शहर में गुरुवार देर रात अपराधियों ने बिस्कुट व्यवसायी ओम प्रकाश अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी।उससे पूर्व गुरुवार को ही सुबह में अपराधियों ने मिठनपुरा इलाके में पावर ग्रिड के ठेकेदार अतुल शाही को एके-47 से भून दिया था।सड़क जाम कर रहे लोग काफी गुस्से में हैं।मौके पर अभी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचे हैं।ज्ञात हो कि मिठनपुरा के वीसी लेन स्थित भूदान गली में गुरुवार सुबह नौ बजे दो अपराधियों ने पावर ग्रिड के पेटी कांट्रैक्टर प्रणय कुमार उर्फ अतुल शाही को एके-47 से भून दिया।घटना उस समय हुई,जब वे मुजफ्फरपुर जक्शन से व्यापारिक काम निबटा कर घर लौट रहे थे।इसी दौरान उनका पीछा कर रहे बाइक सवार अपराधियों ने दरवाजे पर ही ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दी।उनके शरीर में नौ गोलियां लगीं,जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी।वहीं,देर शाम अपराधियों ने शहर के एक बिस्कुट कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।कारोबारी ओम प्रकाश अग्रवाल ब्रिटेनिया बिस्कुट के डिस्ट्रीब्यूटर है।उनकी गोलाबांध रोड में दुर्गा मंदिर के समीप दुकान है।गुरुवार की रात साढ़े आठ बजे दुकान बंद कर स्टाफ गुड्डु के साथ बाइक से घर के लिये निकले।जैसे ही घर के समीप बाइक से उतरे,तभी लुटेरों ने उन्हें घेर लिया और घटना को अंजाम दिया।आपको बतादे की
ठेकेदार अतुल शाही की हत्या के बाद उनके बूढ़े बीमार मां-बाप सहित पूरे परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है।दो भाइयों में अतुल ही ठेकेदार व व्यापार से अपने परिवार की गाड़ी खींच रहें थे।बीमार माता-पिता के इलाज के साथ ही खेती और पशुपालन कर जीविका चलाने वाले बड़े भाई पंकज कुमार शाही को समय-समय पर आर्थिक मदद की जिम्मेवारी भी अतुल पर ही थी।उसके मौत के बाद पूरा परिवार टूट चुका है।मूल रूप से वीरपुर गांव निवासी अतुल शाही के पिता श्याम नंदन शाही गांव के ही उच्च विद्यालय में शिक्षक थे।दस वर्ष पूर्व अवकाश ग्रहण कर चुके 70 वर्षीय श्यामनंदन शाही वीपी,सुगर और हृदय रोग से ग्रसित हैं।अतुल की मां भी कई गंभीर रोगों से ग्रसित हैं।अवकाश ग्रहण करने के बाद सरकार द्वारा मिल रहें पेंशन की राशि उनके बीमारी के इलाज के लिए काफी कम पड़ती है। बुढ़े माता-पिता के इलाज सहित अन्य खर्च के साथ बड़े भाई के परिवार के भी देख-भाल की जिम्मेवारी उन्हीं पर थी।बड़ा भाई पंकज शाही गांव में ही खेती और पशुपालन कर जीवन यापन करते हैं।पंकज शाही को एक पुत्र कन्हाई (22) दो पुत्री कोमल (30) काजल (18) है।वहीं अतुल को एक पुत्र शिवम (14) और पुत्री श्रेया (11) है।अपने बच्चों के साथ ही भाई के बच्चों के पढ़ाई-लिखायी के खर्च की जिम्मेवारी उन्हीं पर थी।भतीजी काजल शादी योग्य हो गयी है।उसकी शादी की भी चिंता अब परिजनों को सताने लगी है।