माँ तुतला भवानी कैमूर पहाड़ी में बसी एक चमत्कारी मंदिर, मान्यता है की जो भी भक्त सच्चे मन से माता से मन्नत मांगता है उसका मन्नत अवश्य पूरी करती है माता….
बिहार के रोहतास जिला के तिलौथु के समीप कैमूर पहाड़ी में बसी हुई है एक चमत्कारी माता जो तिलौथू से करीब आठ कि०मी० की दूरी पर भिसरा से होते हुए रेडिया के समीप कैमूर पहाड़ी में ये चमत्कारी माता है। ये माता एक शक्तिपीठ माता है, जो तुतला भवानी के नाम के नाम से मशहूर है। यहा पर बहुत दूर-दूर से इस माता के दर्शन के लिए आते है। इस माता के पास सारे लोग का मुरादे पूरी होती है। यहा पर लोग पिकनिक के लिए भी आते है। कैमूर पहाड़ी में स्थित माता के पास बरसात के समय कैमूर पहाड़ी से एक बहुत ही सुंदर झरना तुतलाक भवानी कुंड में गिरता है। जो देखने में बहुत ही आकर्षित लगता है। श्रावण महिना में पूरे महिना मेला तथा नवमी में 9 दिनों के मेले का आयोजन होता है। मंदिर के बारे में ऐसी मान्यता है कि जो लोग यहां अशुद्ध
विचार से आता है,उसे भँवरा देवी प्रकोप झेलना पड़ता है।इस माता के दरबार मे जिंलोग का मुरादे पूरी होती है, उनलोग अपने मुरादे पूरी होने के बाद बकरे का बली देते है जो की शुरू से हे ही यह परंपरा चली आ रही है।यहा पर आदरा महिना मे बहुत ही ज्यादा भीड़ लगता है।आदरा के समय मे मंगलवार,गुरुवार ऑर रविवार के दिन छोडकर बाकी हर दिन लगभग 150 से 200 के करीब बकरे की
बली दी जाती है।माँ के पास जो कुंड है बहुत ही भयानक है।जहा पर झरना गिरता है वहा पर गहराई का किसी ने आज तक मालूम नही कर पाया इसीलिए यहा पर मौजूद कमीटि के लोग वहा जाने पर माना करते है।इसलिए कुंड के किनारे स्नान करने क लिए बोलते है।कुंड में जो लोग स्नान करते है,उन्हें साबून ऑर शैम्पू करना मना है,क्योकि कुंड का पानी गंदा न हो जाए।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह