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बालू खाद्यान का सच माइनिंग प्लान तथा पर्यावरण स्वीकृति के बिना बड़े पैमाने पर चल रहा बालू उठाव…छ:माह से बालू खनन किया जा रहा माइनिंग पदाधिकारी को भनक तक नहीं….

   

ठाकुरगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कुकुरबाघी पंचायत के वासनडुबी चेगा घाट में बीती रात गलगलिया पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर अवैध बालू खनन कर रहे दो ट्रैक्टर को जब्त की,जबकि अन्य दो ट्रैक्टरों को चालक अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।प्राप्त जानकारी के अनुसार गलगलिया थानाक्षेत्र अंतर्गत कुकुरबाघी पंचायत के चेंगाघाट पर अवैध बालू खनन का काम माइनिंग प्लान तथा पर्यावरण स्वीकृति के बिना बड़े पैमाने पर पिछले छ:महीनों से चल रहा था।इस अवैध बालू खनन की सूचना गलगलिया थानाध्यक्ष अरबिंद कुमार को मिलते ही मामले को गंभीरता से लेते हुए दल-बल के साथ रात के अंधेरे में ही छापेमारी कर दी,जिसमें दो ट्रैक्टर बिना नंबर लगे के साथ फर्जी चलान जब्त किया गया।इस संबंध में गलगलिया थानाध्यक्ष ने बताया कि कुछ दिनों से पता चलता था की रात में 1 बजे से 3 बजे तक बालू निकाला जा रहा था,गौर करे की ट्रेक्टर से बालू निकाल ट्रक में लोड किया जाता था ओ भी बंगाल में।थानाध्यक्ष द्वारा रात्रि को फ़ोर्स को लगा दिया गया जैसे ही गाडी आया बालू लेने वैसे ही टीम ने धावा बोल दिया पुलिस को देखते ही नदी में छलांग लगाकर भाग निकला।दो ट्रक्टर को जब्त किया गया है बाकी का पता लगाया जा रहा है।गाडी को चिन्हित कर लिया गया है।संलिप्त जो भी व्यक्ति होगा उसपर विधि सम्मत कारवाई की जायेगी राजस्व का जो भी हानि किया गया है वो सब अनुमानित के हिसाब से वसूल किया जाएगा ।इनमे से एक दो व्यक्ति पर पूर्व में भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।

आप को बताते चले की बालू ठीकेदार मो० इसराइल द्वारा पुरे जिले में बालू का उत्खन्न 100 फीसद एन.जी.टी.एक्ट के विरुद्ध कार्य कर रहा है कोई भी ऐसा बालू खाद्यान्न नहीं है जहाँ की माइनिंग एक्ट एवं पर्यावरण नियम का अनुपालन हो रहा हो आज दिनाक-10.02. 2017 को गलगलिया थाना अंतर्गत बालू का अवैध उत्खन्न का मामला थानाध्यक्ष अरबिंद कुमार ने पकड़ा जो की काबिले तारीफ है।केवल सच ने स्पार्ट पर जाकर गहरी छानबीन की से पता चलता है की बिना खनन पदाधिकारी का मिली भगत से पिछले छ:माह से बालू का उठाव होना हजम करने वाली बात नहीं है।एक कहावत है की चोर जितना दिन ही चोरी करले एक न एक दिन कानून का पाठ पढना ही होता है…

     

मालुम हो की अवैध बालू खनन माइनिंग प्लान तथा पर्यावरण स्वीकृति के वगैर बड़े पैमाने पर पिछले छ: माह चल रहा था,गुप्त सुचना पर गलगलिया थानाध्यक्ष द्वारा चार बालू लदा गाडी फर्जी चालान के साथ पकड़ा गया कुछ गाडी को चालक भागने में सफल रहा इसी खादान्न में अवैध बालू खनन के मामले में बालू ठीकेदार मो० इसराइल पूर्व में जेल भी जा चुके है।मालुम हो की किशनगंज जिला अंतर्गत आठ माइनिंग प्लान है और चालीस खादन्न को चलाया जा रहा है जो की अवैध है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 2013 से पहले पत्थर का भी किशनगंज जिला में डाक होता था जो की 2013 में अधिकारियो के मिलीभगत से डाक बंद करके लाखो-करोड़ो का राजस्व क्षति किया जा रहा है।मालुम को की डेढ़ एकड़ में चार से पांच फीट तक बालू का अवैध खनन किया गया जिसमे माइनिंग पदाधिकारी, ठीकेदार,पेटी कान्टेक्टर के मिली भगत से इनकार नहीं किया जा सकता । 

रविवार को ठाकुरगंज अंचलाधिकारी द्वारा अवैध खनन कर रहे दो ट्रैक्टर की जब्ती की गई। जिले में लगातार बालू का अवैध खनन बदस्तूर जारी है।19 जनवरी 2016 को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के कोलकाता ऑफिस के बालू खनन रोकने के स्पष्ट आदेश दिए गए थे।जिसके बावजूद अब तक जिला प्रशासन इस मामले में सफल नहीं हो पाया है कि बालू के अवैध उत्खनन पर कैसे लगाम लगाई जाए।बालू खनन रोकने के आदेश के बावजूद प्रखंड में सक्रिय बालू के ठेकेदारों द्वारा चोरी छिपे अब भी खनन जारी है।वहीं जानकारों की मानें तो काफी शक्तिशाली इन बालू के ठेकेदारों द्वारा खनन रोकने के आदेश के पूर्व ऐसे-ऐसे स्थलों से बालू का खनन हुआ है जो जिले के माइनिंग प्लान में दर्ज तक नहीं है।रविवार को सीओ ने बालू माइनिंग प्लान जब्त किया था।चेंगा नदी में बालू खनन सखुआडाली पंचायत में ही हो सकता था।इसके लिए इस पंचायत में खाता नंबर 1047, 1048, 1066 के 4 एकड़ 80 डिसमिल जमीन निर्धारित थी,लेकिन इस नदी में कुकुरबाघी पंचयत में माता बाजार,साहूगछ,झोरा पहाड़, वासनडूबी और पथरिया पंचायत के पथरिया और जंगलाभिठा तो सखुआडाली पंचायत में चेंगाघाट,कटहलडांगी घाट,गिधीनगोला घाट से जनवरी तक धड़ल्ले से खनन हो रहा था।रविवार को जब्त किए गए बालू भी कटहलडांगी घाट से उठाते वक्त अंचलाधिकारी ने पकड़ा था।सीओ ने कहा कि अवैध बालू खनन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बताते चलें कि कुकुरबाघि पंचायत के किसी भी घाट का माइनिंग प्लान में उल्लेख नहीं है।इसके बाबजूद खनन विभाग की चुप्पी का फायदा उठाकर प्रतिवर्ष लाखों रुपये का पत्थर बेचा जाता रहा है।वहीं इस मामले में खनन पदाधिकारी मतिउररहमान से जब संपर्क का प्रयास किया गया तो उनके मोबाइल नंबर-पर दिनभर घंटिया बजती रही उन्होंने मोबाइल उठाना गंवारा नहीं समझा।दिनाक-11.02.2017 को स्पार्ट पर माइनिंग पदाधिकारी गए देखे फिर भी चुप्पी साधे हुए है जिससे प्रतीत यही हो रहा है की कही न कही खनन पदाधिकारी मतिउररहमान की संलिप्ता है नहीं तो पिछले छ:माह से बालू चोरी छिपे ट्रेक्टर पर लोडकर ले जाया जा रहा है और माइनिंग पदाधिकारी को पता नहीं है यह हजम होनेवाली बात नहीं लगती ? ग्रामीणों का कहना है की माइनिंग पदाधिकारी को तक़रीबन चार से पांच बार दूरभाष पर सुचना दिया गया फिर भी कोई कारवाई नहीं।

अगर थानाध्यक्ष गलगलिया इस मेटर को नहीं देखते तो अभी तक इसका खुलासा नहीं हो सकता था ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष गलगलिया अरबिंद कुमार को बधाई भी दिया।वही सूत्रों से मिली जानकारी की माइनिंग पदाधिकारी मतिउर्रह्मान माधवपाड़ा पूर्णिया में मकान-3 करोड़ का मधेपुरा के पुरेनी में मकान ढेर करोड़ का, कोलकत्ता में भी एवं कई जगहो पर अवैध सम्पति बनाये हुए है जिसका जांच होने से सारी सच्चाई सामने आ जायेगी।इस पूरे मामले पर ठाकुरगंज प्रखंड में माइनिंग एक्ट का दुरूपयोग किया जा रहा है।दो साल तक नो माइनिंग प्लान में पूरा जिला जोता जा रहा था।और अचानक 2017 में 25 प्लान का ठीकेदार द्वारा सत्यापित कर घाट चलाने का अनुमति माँगा जा रहा है।

रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह 

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