बाढ़ पीड़ितों के दर्द को कम करने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग को बड़ी जिम्मेवारी सौंपी…
पिछले साल बिहार में आई बाढ़ से काफी क्षति हुई थी।लाखों परिवार इससे पीड़ित हुए थे।उधर मंगलवार को हुई बैठक में 16 वीं न्यासी परिषद की बैठक की कार्यवाही के अनुपालन की भी समीक्षा की गयी तथा कई निर्देश दिये गये।
बिहार में बाढ़ पीड़ितों के दर्द को कम करने के लिए बिहार सरकार कृतसंकल्पित है।यह मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुई बैठक में यह देखने को मिला।इसी बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सूबे के आपदा प्रबंधन विभाग को बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है।उन्होंने यह भी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को किसी प्रकार की कोई प्रॉब्लम नहीं हो।दरअसल मंगलवार को पटना के 1 अणे मार्ग स्थित सीएम आवास पर मुख्यमत्री राहत कोष न्यासी परिषद की बैठक हुई।यह मुख्यमंत्री राहत कोष न्यासी परिषद की 17वीं बैठक थी।राहत कोष न्यासी पर्षद की बैठक में मुख्यमंत्री राहत कोष से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी।साथ ही चर्चा के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक में साफ कहा कि बाढ़ पीड़ितों को किसी प्रकार की कोई प्रॉब्लम नहीं हो।उन्हें उचित व पर्याप्त सहायता दी जाए।उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों के लिए आश्रय स्थल निर्माण का कार्य तेजी से किया जाये।वहीं आश्रय स्थल के निर्माण की जिम्मेवारी अब से आपदा प्रबंधन विभाग को सौंपी गयी है।बता दें पिछले साल बिहार में आई बाढ़ से काफी क्षति हुई थी।लाखों परिवार इससे पीड़ित हुए थे।उधर मंगलवार को हुई बैठक में 16 वीं न्यासी परिषद की बैठक की कार्यवाही के अनुपालन की भी समीक्षा की गयी तथा कई निर्देश दिये गये।बैठक में आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चन्द्र यादव,मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह,पुलिस महानिदेषक पीके ठाकुर,वित्त विभाग की प्रधान सचिव सुजाता चतुर्वेदी,शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन,आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर