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बहादुरगंज पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पीड़िता को सकुशल बरामद कर मामले के एक आरोपी को धर दबोचा,वही बिहार की अन्य खबरे…

बहादुरगंज पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर कांड संख्या 24/17 के पीड़िता की सकुशल बरामदगी के साथ मामले के एक आरोपी को धर दबोचा।शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी फिरोज गुणा समेशर निवासी को भादवि की धारा 366 ए,372/34 के तहत न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।जबकि पीड़िता को 164 के बयान व चिकित्सकीय जांच के लिए किशनगंज ले आई।हालांकि स्थानीय लोग मामले को प्रेम प्रसंग का मामला बता रहे हैं।लोगों ने बताया कि पिछले कई वर्षों से पीड़िता का प्रेम संबंध सीमलबाड़ी,पौआखाली निवासी जिशान के संग चल रहा था।दोनों शादी कर वैवाहिक जीवन व्यतीत करना चाहते थे। परंतु उनके परिजनों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था।नतीजतन विगत दिनों जिशान अपने साथियों के साथ मिल कर पीड़िता को भगा ले गया।

प्रखंड मुख्यालय के सामुदायिक भवन में शुक्रवार को जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी बैद्यनाथ प्रसाद की अध्यक्षता में खुले में शौच से मुक्त को लेकर बैठक हुई। उन्होंने कहा कि चार माह के अंदर पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त कराना है।इसके लिए पंचायत सचिव,रोजगार सेवक,कृषि सलाहकार,टोला सेवक,विकास मित्र को भी लक्ष्य दिया गया है।साथ ही जरूरत मंद लोगों के घरों में सर्वे कर शौचालय निर्माण करवाने की जिम्मेवारी सौंपी गई है।कोई भी परिवार शौचालय निर्माण से वंचित नहीं रहे।इसके लिए ईमानदारी पूर्वक सर्वे करने का निर्देश दिया गया है।इस दौरान मुख्य रूप से बीडीओ ओम प्रकाश,पंचायत सचिव और रोजगार सेवक सहित विकास मित्र मौजूद थे ।

किशनगंज-ठाकुरगंज मुख्य सड़क किनारे बेलवा,टेंगरमारी व अन्य चौक पर बने यात्री प्रतीक्षालय की स्थिति जर्जर हो चुकी है।यहां बैठ कर गाड़ी का इंतजार करना यात्रियों के लिए जान जोखिम में डालने के समान है।बेलवा स्थित यात्री प्रतीक्षालय के छत पर जंगल तक उग आए हैं।साथ ही यह प्रतीक्षालय अतिक्रमण शिकार हो गया है।महिला यात्री रुकैया बेगम, इसरत जहां,सूफिया नाज फूल देवी,सुशीला देवी,छात्र निखत परवीन,नजरा बेगम,साक्षी कुमारी,नुदरत महजबीं आदि कहती है कि बेलवा हाट के यात्री प्रतीक्षालय की स्थिति बदतर हो गई है।इसका पुन: निर्माण कराना अत्यंत ही जरूरी है।

वही चार वर्षीय बच्ची के संग पड़ोस के दो नाबालिग बच्चे के सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में शुक्रवार को महिला थाना पुलिस की गिरफ्त में आए नाबालिग आरोपियों को बाल सुधार गृह और गिरफ्तार परिजनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।इससे पूर्व गुरुवार को पुलिस ने पीड़ित बच्ची के साथ आरोपी नाबालिग बच्चों का चिकित्सकीय जांच कराया।साथ ही उनके कपड़ों को जब्तकर लिया था।हालांकि शुक्रवार को जांच रिपोर्ट नही मिलने के कारण पुलिस कुछ भी बोलने से साफ बचती रही।जबकि दोनों नाबालिग आरोपियों के साथ एक बच्चे के माता-पिता को जेल भेजे जाने व अन्य फरार आरोपी की तलाश तेज किए जाने की खबर के बाद शहर में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है।जबकि पीड़िता के परिजनों ने आरोपी पक्ष पर मामले को रफादफा करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया।

वही भारत-नेपाल सीमा पर शुक्रवार सुबह पांच बजे छह मवेशी जब्त किए।जबकि तस्कर भागने में सफल रहा।एसएसबी 52वीं वाहिनी के पैकटोला बीओपी इंचार्ज एसआई बीडी सिंह ने बताया कि बॉर्डर आउट पोस्ट पैकटोला के पीलर संख्या 153 (रेतुआ नदी) के किनारे दो तीन संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिए।जवानों द्वारा रोकने की कोशिश करने पर वे सभी मवेशी छोड़कर नेपाल की ओर भाग गए।जब्त किए गए छह मवेशी का मूल्य लगभग 1,53,000 रुपये बताए गए हैं।इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल विजय कुमार, अमरजीत, दीप चंद, सतेन्द्र सिंह मीना, पंकज कुमार आदि शामिल थे।वही टेढ़ागाछ पुलिस द्वारा शुक्रवार को विभिन्न चौक-चौराहों पर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया।वाहन चेकिंग की खबर फैलते ही बिना कागजात व हेलमेट के चलने वाले वाहन चालकों में हड़कंप मच गया।इस दौरान वाहनों के पंजीयन व बगैर वाहन लाइसेंस वालों से जुर्माना वसूला गया।थानाध्यक्ष सुभाष कुमार मंडल ने बताया कि पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्र के निर्देशानुसार परिवहन विभाग के नियम के अनुरुप नहीं चलने वाले वाहन चालकों को अब बख्शा नहीं जाएगा।यह अभियान नियमित रुप से चलाया जाएगा।मालूम हो कि प्रखंड क्षेत्र में आज कल कोहरे ने दोबारा दस्तक दे दी है।सड़कें स्पष्ट दिखाई नहीं देने से दुर्घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है।कुछ नौसिखिए बिना हेड लाइट जलाए तेज गति से वाहन चलाते है,जिनके पास अक्सर वाहन लाइसेंस नहीं होता।ऐसे में लापरवाही से बाइक चलाने और कम उम्र के बच्चों पर नकेल कसने के लिए लगातार वाहन चेकिंग अभियान और जुर्माना लगाना जरूरी हो गया है।लगातार वाहन चेकिंग व जुर्माना से वाहन चालकों में थोड़ी देर के लिए मायूसी दिखती है।लेकिन चालकों के सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है। वाहन चालक गाड़ी चलाते समय अपने पास आवश्यक कागजात,हेलमेट सहित ट्रैफिक नियमों का पालन करें।वाहन चेकिंग अभियान में अनि राज कुमार सिंह,गजेन्द्र प्रसाद हिमांशु,मनोज कुमार,उपेन्द्र प्रसाद सहित कई पुलिस कर्मी शामिल थे।

सिकटी प्रखंड क्षेत्र में बनने वाली सीमा सड़क पर पड़ने वाली गरीबों के जमीन पर कुछ भू माफिया की नजर लग गयी है।सीमा सड़क पड़ने वाली गरीबों के जमीन को फारबिसगंज व जोगबनी के कुछ भू माफियाओं द्वारा गरीबों को बहला फुसलाकर जमीन कम दामों पर खरीद रहे हैं,जबकि सरकार द्वारा प्रावधान है कि सीमा सड़क में जिन लोगों का जमीन पड़ता है वैसे लोगों को सरकार द्वारा जमीन का चार गुना ज्यादा मुआवजा देने का प्रावधान है।यहां बता दें कि सीमा सड़क कुवाड़ी पीरगंज होते हुए सिकटी,सिकटी से सैदाबाद होते हुए सोनापुर होते हुए कुचहा से किशनगंज जिला में प्रवेश करते हैं।इधर कई लोगों ने बताया कि फारबिसगंज व जोगबनी के कुछ भू माफियाओं द्वारा गरीबों को बहला फुसला दिया है कि इस जमीन का सरकारी स्तर पर लाभ लेने के लिए भारी मशक्कत करना पड़ेगा तथा जमीन नूना नदी के सिल्ट व गाद के कारण जमीन बंजर हो गया है।जिस कारण गरीब लोग कम दामों पर जमीन को असानी से खरीद रहे हैं। जबकि जमीन रजिस्ट्री करने के बाद जमीन का खारीज दाखिल करने में संबंधित हल्का कर्मचारी द्वारा भी वैसे जमीन में मोटी रकम ली जाती है।वहीं अररिया सांसद मो.तसलीम उद्दीन ने भी रानी पुल चौक पर सड़क शिलान्यास समारोह के संबोधन करने के दौरान उन्होंने बताया कि सीमा सड़क में पड़नेवाली जमीन को कुछ भू माफियाओं द्वारा खरीदी जा रही है।उन्होंने ऐसे लोगों से जमीन मालिकों को सावधान रहने की सलाह दी थी तथा सीओ को ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया था,फिर भी ऐसे भू माफियाओं का हौसला पस्त नहीं हुआ है।इस संबंध में सीओ प्रेम कुमार शर्मा ने बताया कि कुछ लोगो द्वारा गरीबों को बहला फुसलाकर सीमा सड़क में पड़ने वाली जमीन को खरीद रहे हैं।जबकि जमीन का चार गुणा ज्यादा मुआवजा मिलेगा।इसके लिए प्रचार प्रसार भी किया गया है लेकिन जमीन खरीदने का धंधा बंद नहीं हो रहा है।

जोकीहाट पुलिस को ऐसे शराब माफिया की बेसब्री से तलाश है जो गांव के छोटे मोटे कारोबारियों को बहला फुसलाकर अवैध कारोबार करवाता है।बंगाल से निकटता के कारण इन इलाकों में कई माफिया तैयार हो गया है।ये माफिया बड़ी चालाकी से पुलिस को चकमा देकर कारोबार में कामयाब हो जाता है।पिछले दिनों शराब का एक बड़ा खेप बहादुरगंज के रास्ते जोकीहाट आने की सूचना पुलिस को मिली थी।पुलिस हड़वा चौक के निकट एक चारपहिया वाहन को ज्यों ही रोकर तलाशी लेने लगी उस गाड़ी के पीछे चल रही स्कार्पियो पीछे से ही किशनगंज की ओर तेजी से भाग गई।हालांकि जोकीहाट पुलिस दूर तक पीछा किया लेकिन सफेद स्कार्पियों भाग निकली।पुलिस को शक थी कि उस वाहन में बड़ी मात्र में शराब थी।ऐसे बड़े माफिया शराब जोकीहाट बाजार हो या अन्य ठिकाने पर शराब जमा कर देता है फिर छोटे कारोबारियों के जरिये अपना कारोबार को चलाता है।छोटे कारोबारी साइकिल हो या मोटरसाइकिल पर शराब के शौकीनों को होम डिलिवरी कराता है।और तलाशी में पुलिस के हत्थे चढ़ जाता है।बड़ा माफिया बच निकलता है।सूत्रों की मानें तो शराब माफिया गांव के भोले भाले लोगों को अमीर बनने का सुनहरा सपना दिखाकर अवैध कारोबार कराता है। गरीबी और बेरोजगारी से तंग युवक ऐसे माफियाओं के जाल में आसानी से फंस जाता है क्योंकि ऐसे युवाओं को पैसे की सख्त जरूरत होती है।लोगों का कहना है कि बंगाल में बिकने वाली पांच सौ रूपये की शराब बिहार पहुंचते ही 15 सौ की बन जाती है।पैसे वाले अमीर लोग आसानी से मुंह मांगा कीमत चुकाकर अपनी शाम रंगीन करने से बाज नहीं आ रहा।वे आसानी से पांच सौ की शराब 15 सौ से लेकर दो हजार तक खरीद लेता है।जोकी बाजार वासियों का कहना है कि पुलिस जबतक बड़े शराब माफियाओं को नहीं दबोचेगी तब तक शराब का ये कारोबार चलता रहेगा।

शुक्रवार को नरपतगंज से लक्ष्मीपुर जा रही सवारी से भरे एक एरीस गाडी नं.बीआर 11 टी 2988 के लक्ष्मीपुर चौक के निकट गड्ढे में भरे पानी में पल्टी खा जाने के कारण उसमे सवार आधे दर्जन नेपाली नागरिक घायल हो गए।घायलों का ईलाज फुलकाहा बाजार स्थित निजी क्लीनिक में कराया गया।फुलकाहा थानाध्यक्ष श्याम नंदन यादव ने क्षतिग्रस्त एरीस को अपने कब्जे में ले लिया है।घटना के बाद चालक फरार है।घायलों में सुगानंद यादव, मंजू कुमारी पिता बेचन यादव,मंजूला देवी,किसुनचंद यादव आदि शामिल हैं।वही पोठिया प्रखंड अंतर्गत कस्बा कलियागंज पंचायत स्थित चिचुआबाड़ी में करोड़ों रुपये की लागत से अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण कार्य किया जा रहा है।जिसमें संवेदक द्वारा अब तक योजना व प्राक्कलन राशि बोर्ड नही लगाया गया है,जिसे लेकर ग्रामीणों ने कार्य में गड़बड़ी करने व कार्य की गुणवत्ता पर संदेह जताते हुए विभाग से इंजीनियर प्रतिनियुक्त करने की मांग की है।जानकारी के मुताबिक चिचुआबाड़ी उप स्वास्थ्य केंद्र परिसर में 16 बेड वाले भवन निर्माण कार्य शुरू होने के पंद्रह दिन बीत जाने के बाद भी अब तक निर्माण स्थल पर योजना बोर्ड नहीं लगाया गया है।ग्रामीणों का कहना है कि कार्य की गुणवत्ता,प्राक्कलन के अनुसार सतह से गहराई,ईंट जोड़ाई आदि की जानकारी प्राक्कलन बोर्ड के बिना संभव नहीं है।कार्य स्थल पर संवेदक और इंजीनियर के अब तक दर्शन नहीं हुए हैं।संवेदक के इन सारी गतिविधियों से कार्य में गड़बड़ी होने की संभावना प्रतीत होती है। इसलिए ग्रामीणों ने स्थल पर विभागीय इंजीनियर तैनात करने और गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने की अपील डीएम से की है।

रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह 

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