प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज श्री शौकत अली का एक और कारनामा सामने…नियोजित शिक्षकों का पेय फिक्सेशन पे 500 से 2000 रुपया का खेल…
किशनगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जान बूझकर नही चलने दे रहे है मध्यान भोजन…खाता संचालन स्थगित कर दिया गया है जिससे ढ़ेर माह से यानी 27 नवम्बर 2017 से अब तक मध्यान भोजन स्थगित है।प्रधान शिक्षक मो० असगर अली ने बताया की सरकार का आदेश के अनुसार बच्चे स्कूल नहीं आयेगे पर शिक्षक स्कूल आयेंगे पर जो शिक्षक स्कूल अनहि आते है उनका हाजरी काट दिया जाता है और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज श्री शौकत अली वाईटनर लगा हाजरी बना देते है जब की ये अधिकार प्रधान शिक्षक का है ना की बीइओ का…प्रधान शिक्षक असगर अली ने बताया की 13 क्वीo चावल भंडार में है।जब कि विद्यालय शिक्षा समिति द्वारा ही संचालित किया जाता है।परन्तु प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज को राशि देकर जूनियर शिक्षक/शिक्षिका के साथ जिसका नाम मोहसिना खातून एवं अनलीगल शिक्षकों की नियुक्ति अमित रंजन भारती के साथ खाता संचालन हेतु पंजाब नेशनल बैंक को लिखित देकर मध्यान भोजन बन्द करवा दिए जिससे गरीब छात्र/छात्राओ मध्यान भोजन से आजतक वंचित है।सूत्र के हवाले से खबर है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज
शौकत अलि किशनगंज के मूल निवासी है।और यहाँ इनका ससुराल भी है।लेकिन अपना मकान शहर के पशिमपाली भटिया बस्ती मस्जिद के पीछे करोड़ो रुपए की लागत से बनाए हुए है।साथ ही इनका कई बार बिहार सरकार के द्वारा स्थातंत्रण किया जा चुका था परंतु यहाँ से विरमित नही हुए।सूत्र व कुछ शिक्षको का कहना है कि किसी भी कार्य हेतु बिना पैसा लिए नही करते है।जैसे कि:-सर्विस बुक नियोजन शिक्षको का एवं मूल शिक्षक/शिक्षिकाओ से 2500 रुपया सर्विस बुक एक दो बिचौलिया के माध्यम से लिया करते है।
यहाँ तक कि सरकार के संविधान के अनुसार अपने कार्यालय बीआरसी समयनुसार नही आते है अपना मनमर्जी अनुसार आते है। जिससे शिक्षकों को बार बार इनके कार्यालय से लौटना पड़ता है। केवल सच हिंदी मासिक पत्रिका में कई अंको में इनके कार्यो का गुण-गान किया गया है किंतु आज तक इन पर न कोई जांच न ही किसी प्रकार का कार्रवाई की सूचना है। एक शिक्षक ने नाम नहीं
छापने की शर्तो पर बताया की नियोजित शिक्षकों का पेय फिक्सेशन पे 500 से 2000 रुपया का खेल हो रहा है जिसका मास्टर माइंड स्थापना कार्यालय में बैठा किरानी मिर्तुन्जय कुमार और निलंबित शिक्षक अपूर्व कुमार है जो शिक्षको से पेय फिक्सेशन के नाम पर रुपया वसूली करने का कार्य करते है सूत्र से मिली जानकारी की डीपीओ और बीईओ का मिली भगत के कारण नही मिला है
शिक्षकों को वेतन।जो जांच का विषय है।U T I पेंशन योजना का फ्रॉम भरकर सभी शिक्षकों ने एक साथ जनवरी 2017 में जमा किया था।जो अभी तक बीआरसी किशनगंज मे पड़ा हुआ है…क्यों ? क्या राज है।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह
kewalsachlive.in । Updated Date: Jan 13 2018 2:20PM
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