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पैसे लेकर साली को जीजा ने कर दिया आर्केष्ट्रा वालों के हवाले…

बेतिया-बंगाल की युवती को बेतिया के आर्केष्ट्रा में बेचने का मामला प्रकाश में आया है।यह काम युवती के रिश्ते के जीजा ने किया है।करीब एक माह आर्केष्ट्रा में रहने के बाद किसी प्रकार वहां से भागी युवती पुलिस द्वारा चाइल्ड लाइन पहुंचा दी गई।चाइल्ड लाइन वालों ने बालिंग होने के कारण उसके परिजनों को सूचित करते हुए महिला हेल्प लाइन को सौंपा।महिला हेल्प लाइन ने काउंसेलिंग के बाद युवती को उसकी मां नूरजहां बीबी को सौप दिया है।घटना के संबंध में बताते हुए 19 वर्षीय सीमा उर्फ सैरुन नेशा ने बताया कि वह बंगाल के बोरोपाड़ा निवासी मो.नसरुद्दीन एवं नूरजहां बीबी की पुत्री है।करीब एक माह पूर्व उसके रिश्ते के जीजा बंगाल के ही बगानपाड़ा निवासी मो.अकलाख ने उसे अधिक मजदूरी पर काम दिलवाने के नाम पर बुलाकर बेतिया लाया।फिर योगापट्टी प्रखंड स्थित चमैनिया में संचालित विजय कुमार के आर्केष्ट्रा में छोड़कर चला गया।सैरुन ने बताया कि जब वहां अन्य लड़कियों से काम के संबंध में पूछा तो उसने कहा कि यहां नाचना होगा।छोटे कपड़े पहनने होंगे,जिसके बाद सैरुन वहां से भागने के फिराक में लग गई।24 दिसंबर को जब वह भाग कर चमैनिया चौक से टेंपो पर बैठी कर चली तो तो पीछे से आर्केंष्ट्रा संचालक व उसकी पत्नी ने उसे पकड़ने पहुंचे और उसे फिर से ले जाने लगे।उसने जब विरोध किया तो अन्य राहगीर व ग्रामीण जूटे और पुलिस को फोन किया। सूचना पर पहुंची मनुआपुल पुलिस उसे अपने साथ लाई और चाइल्ड लाइन को सौंप दिया।इधर,चाइल्ड लाइन को जब ज्ञात हुआ कि लड़की बालिग है तो उसने महिला हेल्प लाइन को सौंप दिया।सैरुन ने बताया कि मो.अकलाख अपनी एक पत्नी शबनम को भी आर्केष्ट्रा में छोड़ रखा है।वह भी उस दलदल से बाहर निकलना चाहती है,लेकिन अधिक रुपया लेने के कारण वहां से निकल नहीं पा रही।वहीं,दो अन्य लड़कियां भी है जो अपने शौहर के साथ रह रही है।सैरुन ने बताया कि आर्केष्टा में आने के बाद उसका भी नाम बदल दिया गया।उसे सीमा कहकर बुलाना शुरू कर दिया।जिले में दर्जनों आर्केष्ट्रा अवैध तरीके से संचालित किए जा रहे हैं।लड़की तस्करी में शामिल कई गिरोह इसका फायदा उठाकर दर्जनों नेपाली व बंगाली लड़कियों को झांस में लेकर यहां तक पहुंचा रहे हैं।जिसकी वजह से अवैध तरीके से संचालित आर्केष्ट्रा फलफुल तो रहा है,लेकिन अश्लील व फुहड़ गानों व अंग प्रदर्शन के कारण समाज विकृत होता जा रहा है।इसका बुरा असर नाबालिग लड़कियों के साथ युवा पीढ़ी पर पड़ रहा है।जो समाज के लिए खतरा है।समाजिक सुरक्षा का दायित्व संभालने वाली पुलिस कभी कभी अपने कर्तव्य से भटक जाया करती है।कुछ ऐसा ही इस मामले में भी हुआ है।युवती के बयान के मुताबिक जब लोगों की सूचना के बाद मनुआपुल पुलिस ने उसे अपने संरक्षण में लिया तो फिर बिना किसी बयान,प्राथमिकी व मेडिकल के ही चाइल्ड लाइन को सौंप देना संबंधित थानेदार को संदेह के कठघरे में खड़ा कर रहा है।उधर,जब इस बात की जानकारी एसपी विनय कुमार को लगी तो उन्होंने फोन पर ही थानेदार को जमकर फटकार लगाई और इस मामले में त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया।एसपी ने बताया अधिकारी द्वारा प्राथमिकी व मेडिकल नहीं करना शर्मनाक बात है।संबंधित अधिकारी को आदेशित किया गया है।इस मामले में आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी।अवैध रुप से संचालित आर्केष्टा के मद्देनजर एसपी विनय कुमार ने कड़े रुख अख्तियार किए है।आए दिन लड़की तस्करी के मामले को देखते हुए एसपी ने एएसपी अभियान राजेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया है। एसपी ने निर्देश दिया है कि सभी थानों में एक पंजी खोली जाए,जिसमें थाना क्षेत्र में संचालित आर्केष्टा संचालक अपने आधीन काम करने वाले कलाकारों की सूची,उनके उम्र,महिला व पुरुष की संख्या आदि की जानकारी अंकित कराएंगे। एसपी कुमार ने बताया कि एक अभियान के तहत जिले में संचालित सभी आर्केष्टा संचालकों की सूची उपलब्ध कराई जा रही है।अवैध संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्ट:-न्यूज़ रिपोटर 

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