सोनपुर में पिछले दिनों पुलिस और बालू माफिया के बीच हुई झड़प मामले को लेकर सोनपुर डीएसपी पंकज कुमार शर्मा और सोनपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष अरुण मालाकार के बीच ठन गयी है।एक तरफ जहां तत्कालीन थानाध्यक्ष अरुण मालाकार ने आरोप लगाया है कि बालू माफियाओ द्वारा पुलिस टीम पर किये गए हमले के दौरान डीएसपी पंकज कुमार शर्मा बचाओ करने के बजाय मौके से भाग खड़े हुए। 15 से 20 की संख्या में आये बालू माफियाओ और उनके गुर्गे द्वारा पुलिस टीम को घेर लिया गया और थानाध्यक्ष अरुण मालाकार समेत पुलिसकर्मियो की जमकर पिटाई करते हुए बुरी तरह घायल कर दिया गया लेकिन बार बार फोन करने के बावजूद डीएसपी ने कोई संज्ञान नहीं लिया।इसको लेकर तत्कालीन थानाध्यक्ष अरुण मालाकार ने थाना के स्टेशन डायरी में भी सोनपुर डीएसपी पंकज कुमार शर्मा
के खिलाफ लिखित शिकायत भी दर्ज करा दी है।वही तत्कालीन थानाध्यक्ष अरुण मालाकार ने यह भी आरोप लगाया है की पुलिस टीम बुरी तरह से सरेआम पिट जाने के बाद भी विधि व्यवस्था की समस्या का बहाना बनाकर बालू माफियाओ के खिलाफ अबतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है।वही दूसरी ओर सोनपुर डीएसपी पंकज कुमार शर्मा ने अपने लगे तमाम आरोपो को बेबुनियाद बताया है।उन्होंने कहा की तत्कालीन थानाध्यक्ष अरुण मालाकार ग़लतफ़हमी में आरोप लगा रहे है।उन्होंने यह भी कहा की बीते एमएलसी चुनाव और होली समेत कई कारणों से बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है लेकिन किसी सूरत में बालू माफियाओं को बक्शा नहीं जायेगा। गौरतलब है की बीते 4 मार्च को अवैध बालू खनन को लेकर की गयी पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ बालू माफियाओ ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया था।इस दौरान तत्कालीन थानाध्यक्ष अरुण मालाकार समेत चार अन्य पुलिसकर्मी बुरी तरफ घायल हो थे।इस नामले में आधे दर्जन से अधिक नामजद और 20 से 25 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज की गयी है।लेकिन अभीतक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है ।