पुर्णियां जिला प्रशासन इस (बाढ़ का) प्राकृतिक संकट का सामना करने को तैयार…
नेपाल की तराई में लगातार हो रही बारिश से बिहार में बाढ़ के हालात बदतर होते जा रहे है।राज्य के आठ ज़िलों में बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है।कोसी और सीमांचल इलाके में कोसी,महानंदा,बखरा,कंकई,परमार सहित सभी नदियां उफान पर हैं।पूरे बिहार में लगातार होरहे बारिश के कारण राज्य के कई जिलों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है तो वहीं पांच नदियों से घिरे पूर्णिया के बायसी अनुमंडल में बाढ़ ने दस्तक दे दी है।बाढ़ के साथ ही पुर्णियां जिला प्रशासन भी इस प्राकृतिक संकट का सामना करने को तैयार है।अनुमंडल के 8 पंचायतें बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है।इसक्षेत्र में कई राहत कैम्प भी खोले गये हैं।इसके इतर एसडीआरएफ की टीम भी मौकेपर तैनात कर दी गयी है।पूर्णिया
के एसपी निशांत तिवारी खुद राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहें है।बायसी अनुमंडल के ताराबाड़ी, लोटियाबाड़ी, कदगामा, हफनियां, खाड़ी और हरिपुर समेत छ पंचायतें बाढ़ से बुरी तरह घिर चुकी हैं।यहां के हजारों लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं।सैकड़ों लोग बाढ़ राहत कैम्पों में शरण लिये हुये हैं।पूर्णिया के एसपी निशांत तिवारी, बायसी एसडीएम
सह प्रशिक्षु आईएएस शशांक शुभंकर ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने एसडीआरएफ की टीम के साथ ताराबाड़ी पहुंचे।बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के दौरान एसपी निेशांत तिवारी और एसडीएम प्रशिक्षु आईएएस शशांक शुभंकर ने खुद राहत कैम्प में खाना भी खा के देखा,लोगों के लिए चिकित्सा व्यवस्था और उनके रहने के लिए किये गये व्यवस्था का भी जायजा लिया।खाना खाने के बाद निशांत तिवारी ने कहा कि खाना स्वादिष्ट बना है।दूसरे तरफ बाढ़ से प्रभावित लोग भी प्रशासन के व्यवस्था से खुश थे।बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे राहत कैम्पों में अच्छी व्यवस्था है।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह