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पीएचसी में घटित आगजनी व तोड़-फोड़ करने वालों के खिलाफ एकजुट हुए कर्मी…

बहादुरगंज पीएचसी में घटित आगजनी व तोड़-फोड़ की घटना के छह दिन बीत जाने के बाद भी घटना में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी नही होने से स्वास्थ्य कर्मियों के बीच असंतोष पनपने लगा है।घटना के प्रति विरोध प्रकट करने के उद्देश्य से धरना पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों ने मंगलवार को भी अपना प्रदर्शन जारी रखा।जबकि सदर अस्पताल में आयोजित बैठक के उपरांत भाषा ने भी आंदोलनरत कर्मियों को अपना समर्थन दे दिया।संगठन के सचिव डॉ.देवेन्द्र कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा अब तक सकारात्मक सहयोग मिलता रहा है।परंतु मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी नही होने से अब सब्र की सीमा समाप्त होने लगी है।अगर जल्द मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है,तो जिले की स्वास्थ्य सेवा को ठप कर दिया जाएगा।इधर बहादुरगंज पीएचसी कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से इलाके के मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं व वृद्ध मरीजों को उठानी पड़ रही है।जबकि गरीब मरीजों का तो हाल ही बेहाल हो गया है।इस मौके पर बहादुरगंज पीएचसी प्रभारी डॉ.सोहेल अहमद खा ने बताया कि इलाके के मरीजों को हो रही परेशानी का दुख सभी कर्मियों को है।लेकिन मामले के आरोपियों को सजा अवश्य मिलनी ही चाहिए।इस मौके पर डीएस डॉ.आरपी सिंह, डॉ.रफत हुसैन,डॉ.देवेन्द्र कुमार सहित सभी पीएचसी कर्मी व सदर अस्पताल कर्मी उपस्थित थे। एक बात गौर करे तो सूत्रों का कहना है की अपना बदनामी को छुपाने के लिए डाक्टर धरना पर डटे हुए है,अगर इसकी गुप्त रूप से जाच की जाए तो सारा हकीकत सामने आ जाएगा,सूत्र कहता है की जिले के अधिकारी व स्थानीय नेता द्वारा गलत-गलत लोगो का नाम डाल दिया गया है,ऐसे एसडीओ मो० सफिक का कहना है की सीडी में जिन-जिन लोग नजर आ रहे उनका ही नाम डाला गया है ऐसे हम लोग और भी पता कर रहे है जिससे वेगुनाह लोग का नाम नाम न आ जाए ! सूत्र यह भी कह रहा है की अगर डाक्टर उस वक्त उस लड़के को देख लेता तो आज ये नौवत नहीं आनी थी और लड़का भी जीवित रहता….वही जन अधिकार पार्टी नेता प्रो०मुसब्बिर आलम का कहना है की प्रशासनिक चूक की वजह से बहादुरगंज पीएचसी में तोड़-फोड़ की इतनी बड़ी घटना घटी।प्रशासन थोड़ा भी सूझ-बूझ से काम लेता,तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं घटती।उपद्रव के समय मूक दर्शक बना प्रशासन अब अपनी गलती छिपाने के लिए निर्दोष लोगों को घसीट रहा है।उन्होंने कहा कि करंट लगने के बाद पानबस्ती निवासी पेंटर गोबिंद दास की मृत्यु के बाद जिंदा-मुर्दा चर्चा के बीच आक्रोशित लोगों ने भावावेश में जब तोड़-फोड़ पर उतारू थे।उस समय मजिस्ट्रेट सहित पुलिस प्रशासन के लोग भी मौके पर मौजूद थे।प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जल्द से जल्द सेवा बहाल करने की मांग करते हुए जाप के प्रदेश महासचिव प्रो०मुसब्बिर आलम ने जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच करने की मांग की।उन्होंने पूरे घटना क्रम पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कुछेक निदरेष लोगों का प्राथमिकी में नाम दर्ज कर लिया गया है।सप्ताह भर से बंद पड़े स्वास्थ्य सेवा से जरूरतमंदों को हो रही परेशानी का हवाला देते हुए प्रो०आलम ने जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांचकर निर्दोषो को दोश मुक्त करने की अपील की।

बहादुरगंज पीएचसी में हुई तोड़फोड़ मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक को गिरफ्तार की।सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किए गए पलासमणी निवासी प्रिंस इस मामले में अप्राथमिक अभियुक्त है। 22 दिसंबर को युवक की मौत के बाद उपद्रवियों के द्वारा पीएचसी में किए गए बवाल की पूरी रिकार्डिंग सीसीटीवी में कैद हो गया था।जिसमें प्रिंस को पीएचसी प्रभारी की मोटरसाइकिल की आग लगाते देखा गया है।थानाध्यक्ष आफताब अहमद ने गिरफ्तार युवक को जेल भेजने की बात कही वहीं पीएचसी प्रकरण में हुई पहली गिरफ्तारी के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।जानाकरी के अनुसार बहादुरगंज पीएचसी में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था जिस कारण 22 दिसंबर को हुई उपद्रव कैमरे में कैद हो गया।इस मामले में बहादुरगंज थाने में 20 को नामजद व 200 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।उपद्रवियों की पहचान में जुटी पुलिस पीएचसी में लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगालने लगी। 1 फुटेज में पीएचसी प्रभारी के मोटरसाइकिल में आग लगानेवाले युवक की पहचान बाजार के किसी लैब में काम कर रहे पलासमणि निवासी प्रिंस के रूप में हुई।थाना कांड संख्या 261/16 में गिरफ्तार युवक को मामले में संलिप्त होने के कारण 28.12.2016 को जेल भेजा गया। बहादुरगंज पीएचसी में तोड़फोड़ के बाद से ठप पड़ी स्वास्थ्य सेवा बहाल होने की संभावना पर भी इस गिरफ्तारी से कोई खास असर नहीं पड़ा है।घटना के बाद से पीएचसी के सभी कर्मियों ने सीएस कार्यालय में योगदान देकर सदर अस्पताल में धरना पर बैठ आंदोलन कर रहे हैं।बुधवार को अप्राथमिक अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर सदर अस्पताल में आंदोलनरत अस्पताल कर्मियों ने पुलिस के इस कदम की सराहना करते हुए सभी अभियुक्तों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।वहीं भासा ने भी प्रिंस की गिरफ्तारी के बाद आंदोलन को कड़ा रूख देने से इंकार किया लेकिन भासा सचिव सचिव डा.देवेन्द्र कुमार के अनुसार शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी होने तक सदर अस्पताल में कर्मियों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

रिपोर्ट:-धर्मेन्द्र सिंह 

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