पड़ोसी देश नॉर्थ कोरिया के लगातार मिसाइल टेस्ट के चलते अब साउथ कोरिया ने भी अपनी तैयारियां की शुरू…
पड़ोसी देश नॉर्थ कोरिया के लगातार मिसाइल टेस्ट के चलते अब साउथ कोरिया ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।साउथ कोरिया की बॉर्डर पर पहले से ही अमेरिका का एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात है और अब साउथ कोरिया ने लॉन्ग रेंज एयर-टू-सरफेस मिसाइल्स की तैनाती भी कर दी है।फिलहाल ये मिसाइल डिफेंस सिस्टम प्योंगचांग काउंटी में तैनात किया गया है,जहां आगामी फरवरी महीने में 2018 विंटर गेम्स का आयोजन होने वाला है।इसमें कई देशों के खिलाड़ी शामिल होते हैं।इसके चलते साउथ कोरिया ने प्योंगचांग में नाकेबंदी करनी शुरू कर दी है।अंतरराष्ट्रीय दबावों को धता बताते हुए नॉर्थ कोरिया लगातार मिसाइल टेस्ट कर रहा है।इसके चलते कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव है।वहीं, नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन और अमेरिकन प्रेसिडेंट डोनाल्ड
ट्रम्प के बीच धमकी का दौर भी जंग की शक्ल लेता जा रहा है।अगर जंग हुई तो इसका सबसे ज्यादा खतरा साउथ कोरिया को ही है।इसी बात को ध्यान में रखते हुए साउथ कोरिया ने अमेरिका के साथ मिलकर आधुनिक मिसाइड डिफेंस सिस्टम का निर्माण तेज कर दिया है।प्योंगचांग काउंटी में तैनात किए गए इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम की फोटोज हाल ही में सामने आई हैं।हालांकि, इसके बारे में काई जानकारी शेयर नहीं की गई है।इस डिफेंस सिस्टम के अलावा अन्य कई मिसाइलें भी प्योनचांग मे तैनात की जा रही हैं।इसके अलावा ओलिंपिक के दौरान प्योंगचांग सिटी में करीब 3000 जवानों की तैनाती भी की जाएगी। इसके लिए प्योगचांग में ही आर्मी ड्रिल चल रही है।
नॉर्थ कोरिया को घेरने 11 दिन के 5 एशियाई देशों की यात्रा करेंगे ट्रम्प…
नॉर्थ कोरिया खतरे के मद्देनजर डोनाल्ड ट्रम्प अपने पहले एशिया दौरे पर आने वाले हैं।ट्रम्प 3 से 14 नवंबर तक एशिया में रहेंगे।इस दौरान वे जापान,साउथ कोरिया,चाइना, वियतनाम और फिलीपींस से मुलाकात करेंगे।बतादें कि नॉर्थ कोरिया ने 3 सितंबर को हाइड्रोजन बम का टेस्ट किया था।15 सितंबर को नॉर्थ ने जापान के ऊपर से इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी।इसके बाद अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया के ऊपर से F-35B और B-1B बॉम्बर्स उड़ाए थे।इसके बाद बॉम्बर्स गुआम और जापान के एयर बेस लौट गए थे।न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक,ट्रम्प वियतनाम में एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन (APEC) और फिलीपींस में एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियन नेशंस (आसियान) समिट में हिस्सा लेंगे।ट्रम्प के साथ उनकी वाइफ मेलानिया भी एशिया दौरे पर आएंगी।बीते दिनों यह भी कहा जा रहा था कि ट्रम्प मनीला समिट में हिस्सा नहीं भी ले सकते। क्योंकि ट्रम्प फिलीपींस के प्रेसिडेंट रोड्रिगो दुर्तेते को सपोर्ट नहीं करना चाहते, जो कई एंटी-अमेरिकंस को निशाना बनाने के लिए जिम्मेदार हैं।
दुनिया इसलिए नाराज है नॉर्थ कोरिया से, अब तक किए 6 न्यूक्लियर टेस्ट…नॉर्थ कोरिया 2006, 2009, 2013 और 2016 में न्यूक्लियर बम की टेस्टिंग कर चुका है।
- 25 मई-2009 दूसरी बार किया एटमी टेस्ट।
13 जून-2009 नॉर्थ कोरिया ने कहा कि वो यूरेनियम एनरिचमेंट करेगा।
11 मई-2010 न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्टर बनाने का दावा किया।
13 फरवरी-2013 तीसरी बार न्यूक्लियर टेस्ट किया।
10 दिसंबर-2015 तानाशाह उन का दावा- हासिल की हाइड्रोजन बम टेस्ट की कैपिबिलिटी।
6 जनवरी-2016 हाइड्रोजन बम का टेस्ट किया।सितंबर, 2016: पांचवां एटमी टेस्ट किया।
3 सितंबर-2017 छठा एटमी टेस्ट किया।ये हाइड्रोजन बम था।
एशिया के एक डिप्लोमैट की मानें तो ट्रम्प का एशिया दौरा न केवल एशिया पॉलिसी के लिए बल्कि पूरे साउथईस्ट रीजन के लिए बेहतर साबित होगा।आपको बताते चले की नरेंद्र मोदी जून में अमेरिका दौरे पर गए थे।उन्होंने ट्रम्प और उनकी वाइफ मेलानिया को भारत आने का न्योता दिया था।हालांकि एशिया दौरे के दौरान ट्रम्प का भारत आने का फिलहाल कोई प्लान नहीं है।27 सितंबर को ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका नॉर्थ कोरिया पर हमले के लिए पूरी तरह तैयार है।उन्होंने कहा कि इसे काफी पहले निपटा दिया जाना चाहिए था।हालांकि,उन्होंने यह भी कहा है कि परेशानी दूर करने के लिए यह उनका पहला ऑप्शन नहीं है।उन्होंने जिम्मेदार देशों से
अपील की है कि नॉर्थ कोरिया की न्यूक्लियर ताकत को पूरी तरह खत्म करने के लिए उनके साथ आएं।ट्रम्प ने कहा कि नॉर्थ कोरिया को 20 साल पहले,15 साल पहले,10 साल पहले और पांच साल पहले ही निपटा दिया जाना चाहिए था।तब उससे ज्यादा आसानी से निपटा जा सकता था।ट्रम्प की ओर से यह रिएक्शन नॉर्थ कोरिया के उस बयान के एक दिन बाद आया है,जिसमें कहा गया था कि हम अपनी हिफाजत के लिए अमेरिकी बॉम्बर्स विमानों को मार गिराने के लिए तैयार हैं।नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्री री योंग हो न्यूयॉर्क में थे।वहां उन्होंने आरोप लगाया था कि अमेरिका नॉर्थ कोरिया के खिलाफ जंग छेड़ने का एलान कर रहा है।इससे पहले यूएन जनरल असेंबली में अपनी स्पीच में ट्रम्प ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह को रॉकेट मैन कहकर संबोधित किया था।
रिपोर्ट-वरिष्ठ पत्रकार दिल्ली से की रिपोर्ट