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दुनिया को दिया नशे के विरुद्ध संघर्ष का संदेश,45 मिनट तक थम गया बिहार…

बिहार ने शनिवार को नशे के खिलाफ बड़ी लकीर खींच दी।शराब के खिलाफ पूरा जनमानस प्रतिबद्ध दिखा। तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने शराबबंदी के समर्थन में 11 हजार 292 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाकर पूरी दुनिया को नशे के विरुद्ध स्पष्ट संदेश दिया। दो करोड़ लोगों के शामिल होने का अनुमान था,लेकिन उससे बहुत ज्यादा लोग दिखे।दोपहर के 12.15 बजते ही एक-दूसरे का हाथ थामकर करोड़ों लोग कतार में खड़े दिखे।सबके चेहरे पर उत्साह-उमंग का उत्कर्ष था।समाज के नवनिर्माण एवं अगली पीढ़ियों की हिफाजत का संकल्प था।सबसे लंबी मानव श्रृंखला का यह विश्व रिकॉर्ड हो सकता है।इसके लिए पहले चरण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।पूर्व बिहार,कोसी और सीमांचल में भी नशे के विरुद्ध लोगों का उत्साह चरम पर था।यहां 3385 किलोमीटर की मानव श्रृंखला में लाखों लोगों ने अपनी भागीदारी निभाई।सुपौल के सरायगढ़-भपटियाही में मानव श्रृंखला को देखने के लिए दार्जीलिंग,कोलकाता, सिलीगुड़ी व सिक्किम से भी कई लोग आए थे।

  

नशामुक्ति के समर्थन में आयोजित मानव श्रृंखला के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार ने इतिहास रच दिया है।उम्मीद थी कि दो करोड़ लोग इसमें भाग लेंगे,पर यह संख्या तीन करोड़ से ऊपर पहुंच गई।अपने आप में यह एक विलक्षण घटना है।नशामुक्ति के समर्थन में यह मानव श्रृंखला सकारात्मक थी।नेपाल और बांग्लादेश में आयोजित मानव श्रृंखलाएं किसी बात के विरोध में थीं।विराट मानव श्रृंखला ने साबित कर दिया है कि बिहार में लोग शराबबंदी और नशामुक्ति के समर्थन में हैं।मानव श्रृंखला के माध्यम से लोगों की भावना का प्रकटीकरण हुआ है।सचिवालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की आबादी लगभग साढ़े ग्यारह करोड़ है।उसमें तीन करोड़ से अधिक लोगों ने इस सामाजिक अभियान के लिए खुद को मानव श्रृंखला में शामिल किया।

 

जिस तय रूट पर मानव श्रृंखला का आयोजन होना था उसके आगे-पीछे भी लोग मानव श्रृंखला में लगे और कुछ लोगों ने खुद नया रूट भी बना लिया।मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार ने इस अभियान के प्रति एकजुटता दिखाई।इसका संदेश पूरे विश्व में जाएगा।यह अभियान अकेले सरकार और कानून के वश का नहीं है।इसके लिए जनसहयोग चाहिए।आज जिस तरह से जनसहयोग उमड़ा, उससे विश्वास दृढ़ हुआ कि समाज नशे के व्यसन से मुक्त होगा।आज शुरू हुआ अभियान 22 मार्च को ‘बिहार दिवस’ के मौके पर खत्म होगा।

गिनीज बुक को गिनीज बुक रहना है तो उसे खुद दावा करना होगामुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह कोई दावा नहीं करेंगे।अगर गिनीज बुक को गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड रहना है तो उसे खुद दावा करना होगा।वैसे यहां लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस वाले बैठे हुए हैं।सदियों से नशे के नुकसान को ङोल रहे बिहार ने 45 मिनट तक सड़कों, मैदानों एवं खेत-खलिहानों में खड़े होकर अपने इरादे का इजहार किया न पीएंगे न पीने देंगे।प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के लिए सिवान पहुंची भाजपा की पूरी टीम ने वहीं खड़े होकर अभियान को आगे बढ़ाया।स्कूल-कालेजों के छात्र-छात्रओं में भी नशा मुक्त बिहार के निर्माण का अद्भुत संकल्प दिखा।राज्य सरकार के अन्य मंत्री एवं अधिकारियों ने अपने-अपने प्रभारवाले जिलों में इसका नेतृत्व किया।पूरे प्रदेश में उत्साह व उत्सव जैसा माहौल दिखा।सड़कों पर महिलाएं,बच्चे एवं वृद्ध शराबबंदी के पक्ष में नारे लिखी तख्तियां लेकर खड़े थे।पटना के गांधी मैदान में बिहार उतर आया।मानव श्रृंखला के जरिए बिहार का मानचित्र बनाया गया।राज्यव्यापी इस अभियान की सेटेलाइट फोटोग्राफी के लिए इसरो ने भी मदद की।इसमें सेटेलाइट की सेवा भी ली गई थी।

 

सूबे के सभी जिलों की एरियल वीडियोग्राफी के लिए 72 ड्रोन एवं चार हेलीकॉप्टर भी लगाए गए थे।मुख्य सचिव अंजनी कुमार ने इसे कीर्तिमान बताया है।इतिहास में बिहार की शिखर चर्चा के लिए सरकार ने लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में पंजीकरण भी कराया है।लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड के प्रतिनिधि एनसी माथुर भी मौके पर मौजूद थे।

पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान बना साक्षी

पटना में इस महा आयोजन का साक्षी बना ऐतिहासिक गांधी मैदान।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव,स्पीकर विजय कुमार चौधरी,विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह,शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी समेत कई मंत्रियों एवं अधिकारियों के मजबूत इरादों ने मानव श्रृंखला को उम्मीद से ज्यादा लंबा कर दिया।राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी खुद कतार में खड़े थे।बड़े-छोटे का फर्क खत्म हो गया था।आम-लोगो के साथ खास और मुलाजिमों के साथ अधिकारी खड़े थे।

भाजपा समेत तमाम दलों ने भी राज्य सरकार के इस अभियान का समर्थन किया।करीब पौन घंटे के लिए राजनीतिक मतभेद हाशिये पर खड़ा हो गया।पक्ष-विपक्ष ने हाथ मिला लिए। जो जहां था,वहीं पर एक बजे तक अनुशासित तरीके से खड़ा होकर नशा मुक्त बिहार बनाने की दृढ़ता दिखाई।सामाजिक बदलाव की बुनियाद रखी।प्रकाश पर्व की अंतरराष्ट्रीय ख्याति के बाद नशे के विरुद्ध इस महायुद्ध से समाज को नई दिशा मिलना तय है। यहीं से बिहार के नवनिर्माण का रास्ता भी निकलेगा।वर्तमान एवं भविष्य को बचाने के लिए बिहार ने जो पहल की,वैसा पहले कभी किसी देश-प्रदेश ने नहीं किया। 

 

किशनगंज ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने को हर कोई आतुर दिखा और हर कदम मानव श्रृंखला का हिस्सा बनने को बेताब था।शनिवार को सड़कों पर उमड़े जन सैलाब ने जाति, मजहब व दलों की दीवारें तोड़ दीं।पश्चिम बंगाल और नेपाल की सीमा तक एक-दूसरे के हाथ में हाथ थामे लोगों ने एकता का संदेश दिया।249 किमी लंबी मानव श्रृंखला में जिले के लगभग साढ़े छह लाख लोगों ने अपनी भागीदारी निभाई।क्या बच्चे क्या बुजुर्ग,क्या महिलाएं क्या पुरुष,हर किसी ने न सिर्फ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई बल्कि इतिहास रचने को बेताब रहे।बिहार सरकार के मंत्री,विधायक,जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक से लेकर आम आवाम तक हर कोई कतारबद्ध हो इस जन अभियान में कदम ताल करते दिखे।आम दिनों की तरह शनिवार का नजारा कुछ अलग था।बच्चे स्कूल जाने की तैयारी में थे तो गली-मोहल्लों में जल्दी चलो मेन रोड पर कहते हुए लोग दिख रहे थे।

सुबह-सुबह गली-मोहल्लों में जितनी चहल-पहल थी ठीक इसके उलट सड़कों वीरानगी।दस बजे के बाद एनएच व अन्य सड़कों पर यातायात पूरी तरह बंद कर दिया गया था।11 बजे से लोगों का हुजूम सड़कों पर दिखने लगा।हर कोई खाली जगह ढूंढ़ते दिखे रहे थे।जहां खाली जगह मिल जाए लोग वहीं खड़े हो जा रहे थे।कहीं तिरंगा थामे महिलाओं की भारी तादाद थी तो कहीं हाथ में शराब को न कहते बैनर लिए खड़ी लड़कियों की टोली।नन्हे-मुन्ने बच्चे भी बड़े-बुजुर्गों से कमदताल कर रहे थे।

टेढ़ागाछ प्रखंड के भातगांव में भारत-नेपाल सीमा पर जिले के प्रभारी मंत्री व बिहार सरकार के मद्य निषेध,उत्पाद एवं निबंधन मंत्री अब्दुल जलील मस्तान मानव श्रृंखला का हिस्सा बन लोगों में जोश व जज्बे का संचार करते दिखे।वहीं,बंगाल सीमा पर पांजीपाड़ा के समीप नगर परिषद अध्यक्षा आंची देवी जैन स्कूली बच्चों के हाथ में हाथ में डाल हौसला आफजाई करती दिखीं।भाजपा नेता व विधान पार्षद डॉ.दिलीप जायसवाल आम व खास की दूरी मिटाते हुए एमजीएम कॉलेज अस्पताल रोड में कतारबद्ध दिखे।जदयू विधायक नौशाद आलम, मास्टर मुजाहिद आलम व कांग्रेस विधायक तौसीफ आलम एवं सदर एसडीएम मो० शफीक भी अपने-अपने क्षेत्रों में कभी मानव श्रृंखला का हिस्सा बनकर तो कभी एक छोर से दूसरी छोर तक पंक्तिबद्ध खड़े लोगों को उत्साहित करते दिखे।बहादुरगंज एलआरपी चौक पर जिलाधिकारी पंकज दीक्षित व पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्र भी मानव श्रृंखला का हिस्से बने फिर प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए विधि व्यवस्था का जायजा लेते दिखे।

पोठिया प्रखंड के 48 किमी क्षेत्र में मानव श्रृंखला का दृश्य वाकई विहंगम,अदभुत व देखने लायक था।कहीं बच्चे,छात्र-छात्रएं स्कूली ड्रेस में जहां तक आंखें देख सकती थी दिखाई पड़ रही थी तो कहीं एक ही रंग का बुरका पहनी छात्रएं कतारबद्ध खड़ीं थी।कहीं गाना-बाजा भी बज रहा था ते कहीं बैंड पार्टी।नवोदय विद्यालय मोतीहारा तालुका से लेकर चिचुआबाड़ी व बिहार बंगाल इस्लामपुर मोड़ से ठाकुरगंज थाना इस 48 किमी को कैंमरों में समेटने का प्रयास किया गया तो यह करना भी बहुत आसान नहीं था।

पोठिया में लाख से अधिक लोग श्रृंखलाबद्ध हुए मानव श्रृंखला में पोठिया प्रखंड के इस 48 किमी क्षेत्र में एक लाख से अधिक लोग जुड़े।इसमें स्कूली बच्चों की संख्या अधिक थी।बीडीओ संदीप कुमार पांडे ने एक लाख 17 हजार से अधिक लोगों व छात्र-छात्रओं के मानव श्रृंखला से जुड़ने की बात बताई है।मानव श्रृंखला के लिए प्रशासनिक कवायद निश्चित रुप से मानव श्रृंखला सफल बनाने में भरपूर समर्थन दिया।

गांव गांव से लेकर व्यवसायी वर्ग तक अपने अपने घरों वे दुकानों से निकल कर सड़क पथ पर आयोजित मानव श्रृंखला के गवाह बनने में दिलचस्पी दिखाई।इस दौरान खासकर स्कूली बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था।

राष्ट्रीय राजमार्ग 327 ई पर जिरनगच्छ के समीप कटहलबाड़ी निवासी मोहम्मद निजामउद्दीन के पुत्री साइकिल से ठोकर लगने से घायल हो गई।इसी दौरान मानव श्रृंखला का निरीक्षण कर जिलाधिकारी पंकज दीक्षित की नजर पड़ी और उन्होंने तत्काल अपनी गाड़ी से ही घायल बच्ची को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज भेजकर इलाज करवाया।

जानकारी के अनुसार शनिवार को आयोजित मानव श्रृंखला में हिस्सा लेने पूरे परिवार के साथ मो. निजामउद्दीन भी आए थे।पत्नी के साथ पंक्ति में खड़े मो० निजामुद्दीन के दोनों बच्चे छाया के तलाश में पौधे के समीप जाने के क्रम में साइकिल सवार ने धक्का मार दिया।साइकिल के धक्के से सड़क पर गिरी बच्ची के सिर से खून बहने लगा।घटना के समय स्वयं जिलाधिकारी पंकज दीक्षित सड़क मार्ग का निरीक्षण कर रहे थे।सूचना मिलते ही जिलाधिकारी ने अपनी गाड़ी से घायल बच्चे को परिवार के साथ ठाकुरगंज पीएचसी भेजकर इलाज करवाया।

बिहार में आयोजित मानव श्रृंखला में भाग लेने जा रही स्कूली छात्रा को ट्रक ने कुचल दिया है स्कूली छात्रा मानव श्रृंखला में भाग लेने जा रही थी।मिली जानकारी के मुताबिक घटना वैशाली के जनदाहा की है।जहां बच्ची को ट्रक ने कुचल दिया है,घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया है।ग्रामीण मानव श्रृंखला के विरोध में नारे लगा रहे हैं।आक्रोशित लोगों ने नीतीश सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिये हैं।गौरतलब हो कि आज बिहार के विभिन्न जिलों में शराबबंदी के पक्ष में मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया है,जिसमें स्कूली बच्चों के अलावा आम लोग भी भाग ले रहे हैं।जानकारी के मुताबिक मृतक छात्रा 15 वर्षीया 9वीं कक्षा की छात्रा दिव्या कुमारी बतायी जा रही है।मानव श्रृंखला के दौरान हाथों में हाथ डाले घंटों भूखे प्यासे लाइन में खड़े रहने का असर स्कूली बच्चों में साफ दिखा,कुछ तो बेहोश होकर गिर पड़े।मालुम हो की दो स्कूली छात्र धूप की वजह से बेहोश हो गए वहीं एक शिक्षिका व एक आशा धूप का शिकार हो गई।जबकि एक आंगनबाड़ी सेविका गश खाकर मोटर साइकिल से गिर गई और एक छात्र मोटर साइकिल की चपेट में आकर घायल हो गई। सभी घायलों व बीमारों को सदर अस्पताल में इलाज के बाद देर शाम छुट्टी मिल गई।मानव श्रृंखला के दौरान शहर के कजलामनी स्थित मध्य विद्यालय दुसाधपट्टी की शिक्षिका कानन राय बसाक कदम रसूल के पास बेसुध होकर गिर पड़ी।बीच सड़क पर बेहोश होकर गिरी शिक्षिका को सहकर्मियों ने ई-रिक्शा से सदर अस्पताल में भर्ती कराया।वहीं चकला फुलवारी निवासी आशा सीमा कर्ण भी बेहोश हो गई।हालांकि लाइन में खड़े सहकर्मियों ने उन्हें फौरन सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया।सदर अस्पताल में इलाज कर रहे चिकित्सकों ने दोनों की हालत खतरे से बाहर बताया।मारवाड़ी कॉलेज के निकट मोटर साइकिल के चपेट में आने प्राथमिक विद्यालय माधव नगर की कक्षा सात की छात्र लीजा परवीन घायल हो गई।

 

वहीं एक अन्य घटनाक्रम में लहरा चौक के निकट मोटर साइकिल से गिर जाने के कारण मङिाया मुंशी टोला निवासी आंगनबाड़ी सेविका तहसीना खातून गंभीर रूप से घायल हो गई।सदर अस्पताल में भर्ती दोनों घायलों का इलाज के बाद देर शाम अस्पताल से छुट्टी कर दी गई।इसी तरह खगड़ा मिड्ल स्कूल के पांचवीं कक्षा के दो छात्र तीखे धूप में मूर्छित हो गए।पांचवीं के छात्र रितिक और विवेक को स्थानीय लोगों ने पास के मजदूर कैंप में रखकर पानी का छींटा वगैरह दिया।इसके बाद मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और प्राथमिक उपचार के बाद दोनों छात्र को घर भेजा गया।

रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर 

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