यहां इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट पर आज एक बड़ा हादसा होने से टल गया।इंडिगो और एअर इंडिया के प्लेन आमने-सामने आए गए।दोनों में टक्कर होते-होते बची। एअर इंडिया के एयरक्राफ्ट में करीब 122 पैसेंजर्स सवार थे।एअर इंडिया का प्लेन उड़ान भरने वाला था और इंडिगो का प्लेन लैंडिंग कर रहा था।पैरेलल रनवे पर एक ही वक्त में एयरक्राफ्ट की परमिशन नहीं होती।अगर आ रहा प्लेन किसी कारण से लैंडिंग के लिए मना कर दे और दोबारा से टेकऑफ कर ले,तो ऐसी स्थिति में किसी दूसरे प्लेन से टकराने की स्थिति बन जाती है।शुक्रवार को आईजीआई पर बड़ा हादसा होने से बच गया।आपको मालुम हो की AI-156 में 122 लोग सवार थे।इसने एयरपोर्ट के 28वें रनवे से गोवा के लिए उड़ान करीब 11.30 बजे भरी थी।सूत्रों के मुताबिक,एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने AI के कैप्टन अमित त्यागी को तुरंत टेकऑफ करने से मना किया क्योंकि 27वें रनवे पर एक और प्लेन लैंड कर रहा था।ये दोनों रनवे पैरेलल न होकर,आगे जाकर एक दूसरे के करीब हो जाते हैं।कैप्टन त्यागी ने चतुराई दिखाते हुए टेकऑफ नहीं किया और 185kmph की स्पीड पर ब्रेक लगा दिया।इसके तुरंत बाद एयरक्राफ्ट को टर्मिनल लाया गया और ब्रेक-टायर चेक किए गए।इंजीनियर ये देखकर दंग रह गए कि गर्मी और इतनी स्पीड के बाद भी टायर बर्स्ट नहीं हुए।इसे पायलट की सूझ-बूझ ही कहा जा सकता है।एटीसी ने फिलहाल कोई कमेंट करने से मना कर दिया है।यह घटना नरेंद्र मोदी
के बांग्लादेश पीएम शेख हसीना को रिसीव करने के लिए पहुंचने के करीब एक घंटे पहले हुई।उधर, इंडिगो की रांची-दिल्ली फ्लाइट को एयरपोर्ट पर लैंड करना था।इस पूरे मामले पर DGCA ने बयान जारी कर ऐसी किसी घटना से इनकार किया है।DGCA ने कहा है,’एयर इंडिया के एयरक्राफ्ट को नॉर्मल प्रोटॉकोल के तहत टेकऑफ रिजेक्ट करने के लिए कहा गया था।टक्कर का कोई मुद्दा नहीं था,कोई उल्लंघन नहीं हुआ और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं हुआ।पिछले साल दिल्ली एयरपोर्ट पर दिंसबर में उस वक्त बड़ा हादसा टल गया था जब फ्लाइट्स इंडिगो और स्पाइसजेट एयरवेज की फ्लाइट आमने-सामने आ गई थीं।इंडिगो एयरवेज की फ्लाइट लखनऊ से आई थी।उसी वक्त दिल्ली-हैदराबाद की स्पाइसजेट की फ्लाइट टेकऑफ करने वाली थी।तभी रनवे पर यह घटना हुई।दोनों एयरलाइंसों ने दावा किया था कि वे एटीसी के इंस्ट्रक्शन्स के हिसाब से आगे बढ़ रहे थे।इन्होंने बताया कि एटीसी और पायलटों के बीच इंस्ट्रक्शन्स में गलतफहमी के कारण हादसा हुआ था।