मंडल कारा दरभंगा में सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने के आरोप में जेल अधीक्षक फंस गए हैं।बंदियों द्वारा आपत्तिजनक सामान रखने,जेल से रंगदारी मांगने,जेल में दूसरे कैदियों के साथ मार-पीटकर वसूली करने करवाने के आरोप में दोहरे इंजीनियर हत्याकांड और तिहरे हत्याकांड के आरोपी बंदियों पर लहेरियासराय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।सदर बीडीओ गंगा सागर सिंह के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में जेल अधीक्षक सूर्यनाथ सिंह का भी नाम है। इस मामले में जेल अधीक्षक सूर्यनाथ सिंह,दोहरे इंजीनियर हत्याकांड के सरगना संतोष झा, मुकेश पाठक,अंचल झा,निकेश दुबे,सुबोध दुबे,पिंटू झा,विकास झा,करण झा,पिंटू लाल देव, नित्यानंद झा उर्फ बाबा,अमित यादव उर्फ सलमान,पंकज सिंह,दीपक कुमार,मनोज सिंह, रौनक सिंह,मनीष कुमार यादव और शिवमुनी झा को नामजद किया गया है।अधीक्षक को सस्पेंड करने की आईजी से अनुशंसा बुधवार की शाम डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह एसएसपी सत्यवीर सिंह के नेतृत्व में मंडल कारा में छापेमारी की गई थी।सेल और अन्य वार्डों से साढ़े तेरह हजार रुपये,तेरह मोबाइल फोन,गांजा,चाकू बरामद किए गए थे।डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जेल आईजी को जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा गया है।इसमें उनके निलंबन की अनुशंसा की गई है।जेल की सेल में बंद दोहरे इंजीनियर हत्याकांड के आरोपियों का ट्रायल चल रहा है।इस बीच सीतामढ़ी और मोतिहारी की कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार से रंगदारी की मांग की गई है।इस सूचना के बाद पुलिस-प्रशासन ने कई बार जेल अधीक्षक को हिदायत भी दी थी।कई बार जेल से मोबाइल फोन बरामद होने और खासकर सेल से मोबाइल फोन बरामद किया जाना गंभीर मामला बना है।इसको लेकर डीएम ने यह कार्रवाई की है।