डा० बिनय भारती का एक और कारनामा पहले बनाया था पत्रकार को अपना शिकार अब चाय वालो को बनाया टिकाकर्मी…
पोठिया प्रखंड डांगी निवासी व प्रखंड कार्यालय के समीप चाय-नास्ते की दूकान चलानेवाले राजू कामती पशुपालन विभाग की नजर में टिकाकर्मी है।यह टिकाकर्मी में भाग भी लेता है और मानदेय भी प्राप्त करता है।हैरत की बात यह है की खुद राजू को नहीं मालुम है की वह पशु टिकाकर्मी और उसने कभी पशुपालन विभाग से मानदेय लिया है।यह कोई एक मामला नहीं है राजू का भाई विनोद कामती,पोठिया निवासी व मजदुर विशाल कुमार जैसे कई और लोग है जिन्हें पता नहीं है पर वे कागज पर मवेशी टिकाकर्मी है।विभाग के पास 29 टिकाकर्मी की रिपोर्ट है।जिसमे ज्यादातर को टिकाकर्मी होने का पता भी नहीं है।दरअसल प्रखंड में पशु टिकाकरण योजना धांधली
का शिकार है।इस बार ब्रियरर चेक के माध्यम से भुगतान होने योजना राशी की बंदरबाँट होने की पोल खुली है।प्रतिवर्ष दो से तीन दफा मवेशियों में विभिन्न बीमारियों की रोकथाम को लेकर टीकाकरण (मवेशी स्वास्थ रक्षा कार्यक्रम) चलाया जाता है इस वर्ष भी 21 अप्रैल से 06 मई तक यह अभियान चलाया गया इस अभियान में मवेशी गाय, भैस आदि जानवर को चपचपिया रोग से बचाव हेतु टीकाकरण अभियान चला इसके एवज में प्रति मवेशी ढाई रुपए के हिसाब से टीकाकर्मियों को भुगतान किया जाता है।पूर्व में यह राशि नकद ही वितरित की जाती थी।प्रखंड पशुपालन विभाग की और से टिकाकर्मियों का ब्यौरा कार्यदिवस टिकायूक्त मवेशियों की संख्या आदि का विस्तृत विवरण जिला पशुपालन कार्यालय भेजा जाता है।इस बार रिपोर्ट के आधार पर सभी टिकाकर्मियों के नाम ब्रियरर चेक दिया गया जिसके कारण टिकाकर्मी के नाम उजागर हो गए मालुम हो की 2257 मवेशियों का टिकाकरण करने के एवज में टिकाकर्मियों को ब्रियरर चेक के माध्यम से 2400 से 5200 रुपए तक का उठावे किया गया है।जब टिकाकर्मी का नाम उजागर हुआ तो वास्तविक टिकाकर्मी दंग रह गए ऐसे नाम के टिकाकर्मी को वास्तविक टिकाकर्मी जानते तक नहीं है और न ही उनके द्वारा टिकाकरण कार्य किया गया लेकिन उनके नाम ओसतन 5200 का चेक निकला और राशि तक बैंक से निकल गई।आप को मालुम की इससे पहले भी डॉक्टर बिनय भारती द्वारा पूर्व में पत्रकार पर झूठा मुकदमा कर खुद जेल की हवा खाने चल गया था पत्रकार द्वारा धान व आगंबारी केंद्र से सम्बंधित जानकारी लेने गया था जिसका पर्दाफांस भी पत्रकार ने किया पर पर्दाफांस करने वालो पर इस तरह के अधिकारी आरोप लगाने से नहीं चुकते कुछ ग्रामीणों का कहना था की इ डॉक्टर किसी को भी अपने स्वार्थ के चलते आरोप लगा सकता है या बदनाम कर सकता है आपको मालुम हो की आज तक आगंबरी केंद्र अधुरा परा है और राशी उठा लिया गया है वर्षो बित गया पर आज तक आगनबारी केंद्र नहीं बना जिससे यही प्रतीत हो रहा है की राशी को गबन कर लिया गया है और अधिकारी कारवाई नहीं कर रहे है आखिर क्या राज हो सकता है…?
पोठिया प्रखंड के मवेशी टिकाकर्मी के नाम व जारी राशि…
नाम पता राशि
मो० फैयाज अंसारी-पिता मो० हफीज छतरगाछ 5200
विकाश कुमार, पिता-कुमेर राय पोठिया 5200
मिंटू कुमार पिता-उखाडलाल छतरगाछ 5200
रविन्द्र राय पिता-अयोघी राय पोठिया 5200
परवेज मारुफ़ पिता-हैरत अली पोठिया 5200
मो० एकलाख पिता-मो० तौफिक छतरगाछ 5200
जमशेद आलम पिता-फरीद साह छतरगाछ 5200
मुमशाद आलम पिता-फरीद साह छतरगाछ 5200
शिबू हरिजन पिता-अर्जुन लाल हरिजन छतरगाछ 5200
सौदागर प्रसाद पिता-पंचानंद सिंह पोठिया 5200
राम कुमार पिता-विजय कुमार पोठिया 5200
विशाल कुमार पिता-बिरजू पोठिया 5200
राजू कामती पिता-जुगेश्वर पोठिया 5200
बिनोद कामती पिता-जुगेश्वर पोठिया 5200
जफ़र आलम पिता-फरीद आलम छतरगाछ 5200
बिनोद हांसदा पिता-श्याम किशोर हांसदा पोठिया 5200
गणेश हांसदा पिता-श्याम किशोर हांसदा पोठिया 5200
मो० परवेज पिता-मो० मुस्तकीम छतरगाछ 5200
मो० जावेद पिता-मो० मुस्तकीम छतरगाछ 5200
मो० मोहसिन पिता-मो० मुस्तकीम छतरगाछ 5200
मो० शहजाद पिता-फरीद साह छतरगाछ 5200
मो० शहनवाज पिता-मो० मुस्तकीम छतरगाछ 2925
मो०-यवलू पिता-अजीज छतरगाछ 2925
मो०-वसीम पिता-मो०-सलाकर अंसारी छतरगाछ 2925
मो०-जावेद अंसारी पिता-सलाकर अंसारी छतरगाछ 2925
मो०-मंजूर आलम पिता-मो०-रशीद साह छतरगाछ 2600
मोती हासंदा पिता-…. पोठिया 2600
अख्तर हुसैन पिता-मो०-आबिद हुसैन पोठिया 2400
हसिबुल रहमान पिता-मो० ताज्मुद्दीन पोठिया 2400
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह