नोटबंदी के बाद कालाधन को सफेद बनाने और पैसे को ठिकाने लगाने के कई मामले सामने आ रहे हैंसाथ ही जाली नोटों के जखीरे भी पकड़े जा रहे हैं।इसी सिलसिले में मेरठ में एक राजनीतिक पार्टी के नेता को रंगे हाथों पकड़ा गया है।उनके पास से न सिर्फ जाली नोटों के बंडल मिले हैं बल्कि नोट छापने का पूरा‘कारखाना’भी पकड़ा गया है।दरअसल,मेरठ पुलिस ने एक गैंग का खुलासा किया है जो नए 2000 और 500 नोट छाप कर बाजार में चला रहा है।इस गैंग का सरगना नेशनल लोक मत पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष और मेरठ किठौर विधानसभा का प्रत्यशी रह चुका शख्स है।पुलिस ने चार लाख 27 हज़ार के नकली नोट इसके यहां से बरामद किया है।पुलिस ने स्केनर और प्रिंटिंग का सामान भी बरामद किया है।पुलिस ने इस गैंग के तीन सदस्यों को पकड़ा है बाकि की खोज कर रही है।
मेरठ के थाना पल्लवपुरम क्षेत्र चेकिंग के दौरान कार से नई करेंसी के 2000 और 500 के नकली नोट बरामद किए।पुलिस और एसओजी की टीम ने एक मुखबिर की सूचना पर चेकिंग अभियान चलाया।जिसमें एक एंडिवर कार को रोका गया,उसमें से चार लाख 27 रुपए की नई करेंसी के नकली नोट बरामद किए गए।इस एंडेवर कार में नेशनल लोकमत पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष और किठोर विधान सभा क्षेत्र के प्रत्याशी खुशी गांधी के साथ दो लोग मौजूद थे,खुशी की निशानदेही पर देर रात से अब तक ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है।इन्हीं की निशानदेही पर पुलिस ने नकली नोट छापने वाले प्रिंटर,स्कैनर और अन्य सामान को भी बरामद कर लिया है।पुलिस अधिकारियों के मुताबिक यह लोग 40 हजार के बदले एक लाख रुपए का नकली नोट देते हैं।ज्यादातर देहात इलाकों में इनका नेटवर्क सक्रिय था।पूछताछ के दौरान पता लगा है कि हाई क्वालिटी प्रिंटर मशीन के जरिए नकली नोट तैयार कर रहे थे।जिन्हें माफिया के जरिए गांव देहात में पहुंचाया जा रहा था।फिलहाल पुलिस इस ग्रुप के नेटवर्क को खंगालने में लगी हुई है।पुलिस के अनुसार यह गिरोह करीब 2 लाख की रकम बाजार में चला चुका है।आनेवाले दिनों में इन्ही नोटों से चुनाव लड़ने की प्लानिंग चल रही है।