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जनधन खाता धारको पर चलेगा आयकर का चाबुक…

  • 350 बैंक खाते पूर्णिया ।

  • 180 बैंक खाते किशनगंज ।

  • 120 बैंक खाते अररिया जिले के हैं ।

  • कटिहार के 80 खातों पर की गई है जमा ।

  • नोटबंदी की घोषणा के बाद कोसी के 60 ज्वेलरी दुकान भी आयकर विभाग के निशाने पर हैं।

  • नोटबंदी की घोषणा के बाद इन दुकानों में एक हजार एवं पांच सौ के नोटों से उंची कीमत पर सोने की खरीदारी की गई।

नोटबंदी के बाद कोसी के जिलों के 900 बैंक खाते आयकर विभाग के निशाने पर हैं।नोटबंदी के बाद इन सभी खातों में औसत होने वाले कारोबार से ज्यादा की रकम जमा की गई है।30 दिसंबर की तिथि बीतने के बाद अब आयकर विभाग जिला वार इन बैंक खातों को खंगालने की तैयारी में जुट गया है।इनमें तीन सौ जनधन खाते हैं जिसमें नोटबंदी के पूर्व बमुश्किल पांच से दस हजार रुपये जमा थे उनमें एक लाख और पचास हजार की राशि जमा कराई गई है।

आयकर विभाग जनधन बैंक खातों के अलावा उन सभी खाताधारियों को अब भेजने की तैयारी में जुट गया है। बताया जाता है कि आयकर विभाग इन सभी खाताधारकों को भेज इस बात का जवाब मांगेगा कि नोटबंदी की घोषणा आठ नवम्बर की रात के बाद उनके पास एक हजार एवं पांच सौ के इतनी संख्या में नोट कहां से आए और उसका आधार क्या है।जनधन खाता धारकों को आयकर विभाग को यह बताना होगा कि जब जनधन योजना के दौरान खाता खोले जाने के बाद अब तक महज पांच हजार रुपये भी खाते में कभी जमा निकासी नहीं हुए तो फिर नोटबंदी के बाद लाखों की राशि अचानक कहां से आ गई।इस जवाब के सहारे आयकर विभाग उन लोगों की तलाश करेगी जिनके द्वारा जनधन खातों के सहारे कालेधन को सफेद करने की योजना थी।कोसी के जिन 900 बैंक खातों की आयकर विभाग ने की है उनमें सबसे अधिक 350 बैंक खाते पूर्णिया 180 बैंक खाते किशनगंज एवं 120 बैंक खाते अररिया जिले के हैं। इसके अलावा कटिहार के 80 खातों की भी की गई है। नोटबंदी की घोषणा के बाद कोसी के 60 ज्वेलरी दुकान भी आयकर विभाग के निशाने पर हैं।नोटबंदी की घोषणा के बाद इन दुकानों में एक हजार एवं पांच सौ के नोटों से उंची कीमत पर सोने की खरीदारी की गई।इसके तहत ज्यादा मुनाफा के चक्कर में दुकानदारों द्वारा एक लाख रुपये मूल्य से अधिक की खरीदारी करने वाले ग्राहकों के पैन नंबर एवं पत्र लिए जाने का प्रावधान है लेकिन इसको दरकिनार कर सोने की बिक्री की गई।इसके बदले में दुकानदारों ने 30 से 32 हजार प्रति दस ग्राम बिकने वाले सोने की कीमत ग्राहकों से 55 हजार रुपये तोले तक का वसूला।नोटबंदी के बाद सभी ज्वेलरी दुकानों के सीसीटीवी फुटेज आयकर विभाग ने तलब किया।इसमें अधिकांश ज्वेलरी दुकानों के सीसीटीवी फुटेज गायब पाए गए।कुछ दुकानों के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं जिनकी विभाग जांच कर रहा है।आयकर विभाग नोटबंदी के बाद कितने की ज्वेलरी किस ग्राहक को बेची गई है इस संबंध में जल्द ही विभाग भेजकर पूरी जानकारी मांगने की तैयारी में जुट गया है।अब नोटबंदी के बाद बैंक शाखाओं की सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल कर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।आयकर विभाग को यह भी जानकारी मिली है कि नोटबंदी के दौरान कई वाहनों के शोरूम में भी जमकर नए वाहनों की खरीद में एक हजार एवं पांच सौ के नोटों को खपाया गया है।कई शो रूम संचालकों द्वारा तो वाहनों की डिलीवरी नोटबंदी के बाद किए जाने के बाद भी वाहनों की डिलीवरी उसके पूर्व की तिथि में दिखाई गई है।अब विभाग ने सभी शोरूम से वाहनों की खरीद की पूरी सूची मांगनी शुरू कर दी है।

रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह 

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