बिहार के भागलपुर के कटहरा में दिव्यांग युवक की हत्या का राज उसके मोबाइल से खुल गया।युवक का अपनी चाची से अवैध संबंध था। जिसका पता चलते ही चाचा ने सुपारी देकर भतीजे की हत्या करा दी।हत्या के दिन भी युवक को एक लड़की से मिलाने का लालच दिया गया था।चाचा पंकज दास की पत्नी से दिव्यांग का अवैध संबंध था।जो पिछले तीन साल से चल रहा था।इसके कारण चाचा ने शंकर दास को सुपारी देकर घटना को अंजाम देने के लिए साजिश रची।इसके लिए युवक के चाचा ने 20 हजार रुपए की सुपारी दी।चार अप्रैल को ड्राइवर शंकर ने रात दस बजे फोन करके युवक को बुलाया था।फिर युवक की पत्थर से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।हत्या के बाद युवक की मां ने 4 के खिलाफ केस दर्ज कराया था।एएसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि दिव्यांग के मोबाइल नंबर को ट्रेस किया गया,तो घटना की रात ड्राइवर शंकर के नंबर से कई बात करने का मामला सामने आया।शक के आधार पुलिस ने उसे उठाया।पूछताछ के बाद उसने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।उन्होंने बताया कि दिव्यांग को लड़की का शौक था।4 अप्रैल की रात शंकर ने दिव्यांग को लड़की मुहैया
करने की लालच देकर बुलाया था,आरोपी शंकर दास और शैलेंद्र दास ने पहले दिव्यांग का चाकू से गला काटा।फिर बाकी आरोपियों ने पत्थर से चेहरे को कूच मार डाला।पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।मृतक युवक 24 साल का था।इतने कम उम्र में ही उसने तीन शादी की थी।युवक की दो पत्नी घर छोड़कर भाग गई थी।दोनों के भागने के बाद अपने से दस साल बड़ी महिला से तीसरी शादी की थी।तीसरी पत्नी के दो बच्चे है।युवक जीविका चलाने के लिए साइकिल दुकान पर काम करता था।