घायल लड़की को ले गए अस्पताल, मर गई तो की शर्मनाक हरकत
एक टीचर के एक्सीडेंट के बाद उसे अस्पताल लेकर पहुंचे लड़कों ने उसकी मौत के बाद इंसानियत को शर्मसार कर दिया।डॉक्टरों ने जैसे ही इन्हें लड़की की मौत की जानकारी दी, दोनों लड़के उसका डेबिट कार्ड,मोबाइल और टेबलेट चुराकर भाग निकले।इन्होंने मृत लड़की के परिजनों को सूचना देना भी गवारा नहीं समझा।परिजनों की शिकायत पर साइबर ब्रांच ने एक आरोपी को पकड़ लिया है,जबकि दूसरे की मौत हो चुकी है।साइबर सेल एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि 18 जुलाई 2017 को गोपाल सागर निवासी प्रिमियर पार्क ने शिकायत की थी कि 5 जुलाई 2017 को उनकी बेटी शिखा सागर का हीरानगर थाना क्षेत्र में एक्सीडेंट हो गया था।हादसे के समय शिखा को मौके पर मौजूद दो युवक अपनी कार से हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया तो अस्पताल लेकर पहुंचे युवक वहां से चलते बने।मृतका के परिजन बाद में अस्पताल पहुंचे और पीएम के बाद उन्होंने उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
बाद में परिजनों को ध्यान आया कि वह अपने साथ मोबाइल,टेबलेट और अपने कार्ड लेकर स्कूल जाती थी,जो कि घटना के बाद से गायब हैं।उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को की।साइबरसेल ने शिखा के मोबाइल को ट्रेसकर एक आरोपी को गिरफ्त में ले लिया,जबकि दूसरे का मर्डर हो चुका है।आरोपी ने मृतका के मोबाइल को फार्मेटकर ई-वॉलेट के जरिए डेबिट कार्ड से 13 हजार 290
रुपए भी निकाल लिए थे।साइबर सेल की पकड़ में आए दीपक उर्फ आर्यन पिता रामप्रसाद सोलंकी (21) निवासी भाग्य लक्ष्मी कॉलोनी ने बताया कि उस दिन वह प्रदीप उर्फ गोलू पिता कमल कुशवाह के साथ घटनास्थल पर मौजूद था।हादसे के बाद मैं और प्रदीप शिखा को स्कार्पियों में अस्पताल लेकर पहुंचे थे।इसी दौरान हमने पर्स से मोबाइल व टेबलेट और उसका डेबिट कार्ड चुरा लिया।बाद में दोनों ने उसी के मोबाइल से पेटीएम का वॉलेट क्रिएट कर उसमें उसी के डेबिट कार्ड से 13 हजार 290 रुपए ट्रांसफर कर निकाले लिए।साइबर सेल के मुताबिक 13 अगस्त को किसी विवाद में प्रदीप की हत्या हो गई।वहीं दीपक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर