पुडुचेरी के इंदिरा गांधी सरकारी अस्पताल और स्नातकोत्तर संस्थान में गरीब मरीजों के साथ घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। अस्पताल में किडनी के तीन मरीजों की डायलिसिस हो रही थी।इसी दौरान बिजली गुल हो गई।इससे डायलिसिस मशीनें बंद हो गईं और तीनों मरीजों की मौत हो गई।सरकार ने मुआवजे के रूप में मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है।स्वास्थ्य विभाग के निदेशक केवी रमन ने गुरुवार को फोन पर बताया, बिजली कटने के चलते डायलिसिस के दौरान दुर्भाग्यवश 55 और 75 साल की दो महिलाएं और एक पुरुष की मौत हो गई है।अस्पताल गरीब मरीजों की मुफ्त में डायलिसिस करता है।उनके अनुसार, बिजली आपूर्ति सात मिनट के लिए कैसे बाधित हो गई,इसकी जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। रमन ने बताया, ग्रिड से बिजली कटने के बाद जनरेटर चालू होने में सात मिनट कैसे लगे ? सामान्यतया एक मिनट में जनरेटर से बिजली आपूर्ति होने लगती है।यही नहीं, यदि बिजली आपूर्ति बाधित भी होती है तब भी डायलिसिस मशीन करीब 20 मिनट तक काम करती रहती हैं। लेकिन बिजली कटने के बाद यहां मशीनों ने काम करना बंद कर दिया था।उन्होंने कहा, गरीबों की मुफ्त में डायलिसिस करने की सुविधा करीब डेढ़ साल पहले ही शुरू हुई है, ऐसे में यह भी नहीं कहा जा सकता कि ये मशीनें पुरानी थीं। हालांकि डायलिसिस मशीनों के बनाने के बारे में मैं सुनिश्चित नहीं हूं।