खबर छपते ही आने लगे कार्यालय पर अब भी गबन के आरोपी स्थापना में करते है कार्य….
किशनगंज शिक्षको का कहना है की डीपीओ वन कार्यालय में मृत्यूंजय कुमार किरानी के पद पर कार्यरत है जो किशनगंज के मिलनपल्ली स्थित बैंक कर्मी प्रदीप बाबु के यहाँ भाड़े पर रहते है और वही से कार्यालय चलाते है।जिसकी सुचना खुद डीपीओ वन को भी है।यानी की कार्यालय नहीं आकर अपना घर से ही…गौर करे की एक शिक्षा विभाग किशनगंज के ही कर्मी नाम नहीं छापने की शर्तो पर बताया की जब-जब स्थापना कार्यालय आता हूँ ताकि मृत्यूंजय कुमार जी मिल जाए और हमारा तन्खावाह लिस्ट पर हस्ताक्षर हो ट्रेजरी ससमय चल जाए जिससे हम लोगो का तन्खवाह ससमय मिल जाए पर वो नहीं आते है।कार्यालय में चार पांच लोग है जो मृत्यूंजय कुमार का कार्य को करते है।गौर करे स्थापना कार्यालय से मिलनपल्ली और मिलनपल्ली से स्थापना कार्यालय चक्कर लगा वसूली करते है।जिन्होंने चढावा चढाया उसका बिल पास होकर ससमय ट्रेजरी चले जाता है और जिन्होंने चढावा नही चढाया उसको इसी से मृत्यूंजय कुमार के द्वारा प्रताड़ित किया जाता है। कुछ
शिक्षको सहित आम लोगो का कहना है की कुछ माह पूर्व अपूर्व कुमार जो की ठाकुरगंज का शिक्षक है जिस पर भवन बनाने से सम्बंधित लाखो रुपए का गबन का आरोप है।जिस कारण विभाग ने उसे निलबित भी कर दिया है।उसके साथ मृत्यूंजय कुमार को अक्सर देखा जाता है।घर पर और कार्यालय पर जब की अपूर्व कुमार को ठाकुरगंज में रहना चाहिए था ना की किशनगंज स्थापना में ? आपको मालुम हो की अपूर्व कुमार का जीजा संजय कुमार भी शिक्षा विभाग किशनगंज में स्थापना में कार्यरत था जो की वर्ष 2013 में दिन-दहारे सेवा-पुस्तिका सत्यापन के नाम पर घुस वसूली करते हुए पकड़ा गया था जिसका वीडीओ रिकाडिंग भी वायरल है।पर आज तक कोई कार्यवाई नहीं…? संजय कुमार का तबादला भी किया गया फिर वह किशनगंज फिर से आ गया और पहले के भाति उसी तरह का खेल खेलना शुरू कर दिया गौर करे की ज्ञापांक-258 दिनांक-06.06.2015 से मुख्य पार्षद सह अध्यक्ष नगर शिक्षक नियोजन इकाई नगर पंचायत ठाकुरगंज ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ठाकुरगंज को कहा की पूर्व मुख्य पार्षद नगर पंचायत ठाकुरगंज एवं श्री राजेश पंडित वार्ड पार्षद सह अध्यक्ष तदर्थ विधालय शिक्षा समिति प्रा०वि० भीमवालिस से प्राथमिक विधालय भीमवालिस ठाकुरगंज के प्रधान शिक्षक अपूर्व कुमार के विरुद्ध आवेदन प्राप्त हुआ है प्राप्त आवेदन की छ्याप्रति सलग्न करते हुए भेजा जा रहा है।उक्त बिन्दुओ पर जांच कर प्रतिवेदन सात दिनों के अंदर समर्पित करने को कहे…मालुम हो की पूर्व मुख्य पार्षद नगर पंचायत ठाकुरगंज श्री नवीन यादब ने अपने आवेदन में कहा है की नगर पंचायत ठाकुरगंज के प्रा०वि० भीमवालिस के प्रधान शिक्षक अपूर्व कुमार द्वारा रसोई घर निर्माण की राशि,व अन्य विकाश की राशि गबन किया है अपने आवेदन पत्र में श्री यादव ने कहा आरोप लगाया है की विधालय भवन निर्माण से पूर्व ही 05 अक्टूबर 2013 को प्रा०वि० भीमवालिस के एमडीएमएस के खाता संख्या-32089078444 में 1,22,000.00 (एक लाख बाईस हजार) विभाग द्वारा हस्ततांरित किया गया जिसे प्रधान शिक्षक अपूर्व कुमार द्वारा निकासी कर गबन कर लिया गया है गौर करे की प्रा०वि० भीमवालिस में लगभग 100 छात्र है विभाग द्वारा उन्हें 1 यूनिट 4 कमरा निर्माण हेतु दिनांक-04.11.2013 को 12,75,000.00भीएसएस के खाता संख्या-32077082932 में राशि हस्ततांरित की गई अब देखिये प्रधान शिक्षक अपूर्व कुमार द्वारा उक्त राशि को भिन्न-भिन्न तिथि में उक्त राशि का निकासी कर अपने निजी खाते में हस्ततांरित कर लिया या राशि निकासी कर ली गई।इतना ही नहीं पहला यूनिट भवन निर्माण हुआ नहीं 100 छात्र वाले विधालय को पुन: दूसरा यूनिट निर्माण हेतु विभाग द्वारा राशि हस्ततांरित कर दी गई जो विभागीय पदाधिकारी के मिलीभगत को स्पष्ट दर्शाता है जबकि प्रखंडाधीन कई ऐसे विधालय है जहा कमरा की आवश्यकता के बावजूद आवंटन नहीं दिया गया है।गौर करे की भीएसएस के खाते से निजी खाते में राशि हस्ततांरित करना या राशि निकालना ये सरासर निजी फायदे के लिए
किया गया है।सरकार एवं विधालय को ब्याज की राशि की हानि हुई है।जो जांच का बिषय है।आपको बताते चले की लगभग आठ माह से प्रधान शिक्षक को शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के मिलीभगत से प्रतिनियोजन पर रखा गया जबकि जानकारी के अनुसार प्रधान शिक्षक को प्रतिनियोजित नहीं किया जाना है…यहाँ भी गौर करे की आठ माह से जिला में प्रतिनियोजन पर रखने के बावजूद विधालय का मध्यान भोजन एवं विधालय निर्माण कार्य भी अपूर्व कुमार द्वारा किया गया।जो जिला शिक्षा विभाग के व्यवस्था पर प्रशन उठाने को पर्याप्त है आपको बताते चले की तदर्थ विधालय शिक्षा समिति के बैठक किए बिना ही राशि निकासी की जाती रही है जिससे उक्त समिति के असितत्व को ही शिक्षा विभाग द्वारा समाप्त किया हा रहा है।श्री यादव ने अपने आवेदन में कहा है की जिला शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना-1) जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान किशनगंज से बार-बार सुचना के अधिकार अधिनियम के तहत राशि आंवटन एवं व्यय की जानकारी मांगे जाने पर भी सुचना नहीं उपलब्ध कराया जाना इनके मिलीभगत को दर्शाता है आपको मालुम हो की अपूर्व कुमार प्रधान शिक्षक भीमवालिस इतने रसुक वाले है की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना-1) मध्यान भोजन डाइट किशनगंज में अपना निजी (प्राइवेट) गाडी भाड़े पर दिए हुए है जिससे परिवहन विभाग से भी टेक्स की चोरी की जा रही है मालुम हो की अपूर्व कुमार की ओर से भी अपने बचाव में आवेदन दिया गया है।उसमे कहा गया है की रंगदारी की मांग की जा रही है पर ठाकुरगंज के कुछ बुद्धिजीवियों का कहना है की जबव ऐसे लोग फंसने लगते है तो इस तरह के आरोप पर्दाफास करने वाले पर अक्शर लगाये जाते है यानी बचने का प्रयास पर सत्य सत्य ही होता है सच का साथ देनेवालो के चक्कर में परते ही साड़ी हेंकरी निकल जाती है जो यही हो रहा है उक्त सारे आरोप अपूर्व कुमार पर लगाये गये है पर कारवाई शून्य…और स्थापना कार्यालय में आकर शिक्षको से दलाली करता है वरीय अधिकारी को जानकारी देने पर हंस
कर बात को घुमा देते है।अपूर्व कुमार के बारे में पता करनेपर कुछ शिक्षक और आमजन का कहना है की अपूर्व कहता है की जिला शिक्षा पदाधिकारी किशनगंज का लड़का मेरा दोस्त-क्लास फ्रेंड है कोई भी काम हो मेरे लिए दो मिनट का है जो जांच का बिषय है गौर करे की जब अधिकारी ही गबन के आरोपी को बचाने का प्रयास करेंगे और पर्दाफास करने वाले पर बेबुनियादी आरोप लगायेंगे तो आप स्वंय विचार करे की सच का साथ देगा कौन ?गबन के आरोपी को बचाने के लिए शिक्षा विभाग खबरों को दबाने के लिए दबंग गोरखधंधा करनेवाले शिक्षा माफिया भ्रष्ट पदाधिकारियों व अधिकारियो द्वारा जान-बुझकर फंसाकर जेल भेजने की साजिस रचते है अगर यही साजिस पढ़ाई के मामले में करते तो आज शिक्षा विभाग कहा से कहा होता एक दो के चलते सब बदनाम होते है विभाग को चाहिए ऐसे कर्मोयो अधिकारियो को सेंटिंग पोस्ट पर सचिवालय में फ़ाइल ढोने के लिए रखा जाए जिला में अगर ऐसे लोग रहे तो आप खुद्फ़ विचार करे की क्या हालत होगी जिले की…आपको बताते चले की जिस-जिस पर गबन के आरोप, निगरानी जांच चल रहा है उन उन लोगो के साथ स्थापना कर्मी मृत्यूंजय कुमार गुल खिलाते है और सही शिक्षक जो अपना इमानदारी पूर्वक कार्य करते है उन्हें प्रताड़ित करते है जैसे तन्खाव्ह लिस्ट पर हस्ताक्षर नहीं करवाना कागजात को फ़ाइल को छुपा देना यही इनका मुख्य पेशा है नहीं तो कार्यालय का काम घर पर करना कहा तक उचित है मालुम हो की मृत्यूंजय कुमार किरानी स्थापना कार्यालय किशनगंज,कटिहार से किशनगंज आये है और इनका रिकार्ड कटिहार में भी खराब है ये बात सूत्र का कहना है कटिहार से भी लेखा-जोखा की मांग की गई है अगर ससमय उपलब्ध करा देते है तो आप के समक्ष अंग्भारत आवश्य रखेगी थोडा इन्तजार करने की जरुरत….
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह