देशब्रेकिंग न्यूज़राज्य

क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा छह साल की बर्खास्‍तगी के बाद हुए बहाल, बहाली से आगरा के लोगों में खुशी…

112 एनकाउंटर करने वाले मुंबई पुलिस के इंस्‍पेक्‍टर प्रदीप शर्मा छह साल की बर्खास्‍तगी के बाद बहाल हो गए हैं।वह मूल रूप से आगरा के रहने वाले हैं।यहां कैलाशपुरी स्थित लताकुंज में उनका घर है।आज भी उनके घर के गेट पर उनका नाम लिखा है।बतादें, प्रदीप ने क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर के पद पर रहते हुए खतरनाक गैंगस्टर विनोद मातकर को मार डाला।इसी के बाद वह पहली बार एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से फेमस हुए।प्रदीप शर्मा आखिरी बार आठ अगस्‍त 2013 को आगरा आए थे। उस समय आगरा के लोगों ने उनका सम्‍मान किया था।उनके परिवार का कालोनी वालों ने ढोल-नगाड़ों से स्वागत किया गया था।पिछले साल उनके पिता प्रो.आरपी शर्मा के निधन के बाद से मां उनके साथ मुंबई में रह रही हैं।अब उनकी फिर से बहाल होने की सूचना से आगरा के लोगों में खुशी है।दरअसल,मुंबई में अंडरवर्ल्‍ड का खात्‍मा करने में इंस्‍पेक्‍टर प्रदीप शर्मा की बड़ी भूमिका रही है।उन्‍होंने दाऊद इब्राहीम और छोटा राजन गैंग के कई गैंगस्‍टर का एनकाउंटर किया।उनके नाम से पूरा अंडरवर्ल्ड कांपता था।प्रदीप ने वर्ष 2013 में आगरा दौरे के समय कहा कि उन्‍होंने 25 साल के करियर में 112 एनकाउंटर किए।1983 में जब मुंबई पुलिस ज्‍वाइन की तो अंडरवर्ल्ड अपने चरम पर था।दाउद इब्राहिम,छोटा राजन जैसे नामी अपराधी पुलिस की हिट लिस्ट में थे।
उन्होंने आते ही दो नामी बदमाशों का एनकाउंटर किया।इसके बाद मुंबई में उनका नाम गूंजने लगा।हालांकि, वर्ष 2008 में प्रदीप शर्मा पर अंडरवर्ल्ड से जुड़े होने का आरोप लगा।इसके बाद उन्हें मुंबई पुलिस से सस्पेंड कर दिया गया, लेकिन 2009 में कोर्ट से बरी होने पर उन्होंने वापस मुंबई पुलिस ज्वाइन की।प्रदीप शर्मा के नाम 112 एनकाउंटर का रिकॉर्ड है, जिसमें लश्कर-ए-तयैबा के तीन खूंखार आतंकवादी भी शामिल हैं, वर्ष 1992 में अंडरवर्ल्ड पूरी तरह से मुंबई में अपनी जड़ें मजबूत कर चुका था।इसी दौरान प्रदीप ने ड्रग सिंडिकेट में घुसपैठ की और कमजोरी को पकड़ा।उन्‍हें ड्रग माफिया ओपी सिंह ने छोटा राजन गैंग से मुलाकात करवाई।आपको बताते चले की प्रदीप शर्मा ने क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर के पद पर रहते हुए खतरनाक गैंगस्टर विनोद मातकर को मार डाला।इसी के बाद वह पहली बार एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से फेमस हुए।इसके बाद उन्‍होंने गैंगस्‍टर परवेज सिद्दीकी, रफीक डब्बावाला, सादिक कालिया जैसे नामी बदमाशों का एनकाउंटर किया।इसके बाद मुंबई को दहलाने की साजिश रचने वाले लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों का एनकाउंटर किया।एनकाउंटर स्‍पेशलिस्‍ट के तौर पर मशहूर होने के बाद प्रदीप शर्मा पर 2008 में अंडरवलर्ड से रिश्‍ता होने का आरोप लगा।इसके बाद मुंबई पुलिस कमिश्‍नर ने उन्‍हें सस्‍पेंड कर दिया।वह कई बार सस्‍पेंड हुए और इसी दौरान छोटा राजन के सहयोगी राम नारायण गुप्‍ता उर्फ लखन भैया की हत्या का आरोप लगा।गैंगस्‍टर लखन भैया की हत्या के मामले में प्रदीप शर्मा सहित 22 लोगों पर आरोप लगा।इसकी जांच एसआईटी को दी गई।जनवरी 2010 में प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया।इसके अगले साल उन्‍हें बर्खास्‍त कर दिया गया।हालांकि, बाद में सबूतों के अभाव में प्रदीप शर्मा को बरी कर दिया गया।अन्‍य 21 आरोपियों को सजा सुनाई गई।अब महाराष्‍ट्र पुलिस ने छह साल बाद उन्‍हें बहाल किया है।

रिपोर्ट-वरिष्ठ पत्रकार दिल्ली से…

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button