थोड़ा है थोड़े की जरूरत है,कुछ इसी तर्ज पर क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की सर्वेक्षण टीम पूर्णिया से विदा हुई।30, 31 जनवरी और 01 फरवरी को फाइनल रिपोर्ट पेश करने के बाद केंद्रीय सर्वेक्षण टीम बुधवार को दोपहर ही चली गई।केंद्रीय टीम ने विभिन्न चरणों में पूरा किए गए सर्वेक्षण कार्य के दौरान बस स्टैंड की स्थिति पर चिंता प्रकट की और वहां मौजूद लोगों से जब रूबरू हुए तो लोगों ने भी इस पर जमकर भड़ास निकाली।टीम में शामिल प्रीतम परमार (निरीक्षक) कहते हैं कि शहर में करीब हरेक जगहों पर साफ-सफाई की व्यवस्था सही है लेकिन बस स्टैंड की स्थिति बेहद निराशाजनक है,जबकि यहां प्रतिदिन हजारों की तादाद में बस यात्रियों समेत स्थानीय लोग पहुंचते हैं।जानकारी के अनुसार,केंद्रीय टीम ने शहर में साफ-सफाई की जहां सराहना की वहीं कचरा पात्र की कमी को लेकर आमजनों से रूबरू भी हुए। सर्वेक्षण के दरम्यान टीम सदस्यों ने साफ सफाई के हर पहलुओं पर चर्चा की और लोगों से इस मुहिम में पूरे जतन के साथ शामिल होने की बात भी कही।हालांकि बुधवार को टीम द्वारा सर्वे का कार्य तो नहीं किया गया, लेकिन दो दिनों के दरम्यान इकट्ठा की गई जानकारी को वे केंद्र सरकार के स्वच्छाग्रही पोर्टल पर अपलोड करते जरूर दिखे।सर्वे करनेवाली टीम में शामिल सायंतन चटर्जी(वरिष्ठ निरीक्षक)प्रीतम परमार (निरीक्षक) पुष्पेश कुमार (निरीक्षक) ने शहर के अमूमन हरेक गली-मोहल्लों में रैंडम इंस्पेक्शन किया और स्वच्छता को लेकर लोगों की राय जानी और उसे रिकार्ड में शामिल भी किया।वार्डों में डस्टबिन की कमी पर जताया अफसोस हालांकि सर्वेक्षण के दौरान कुछ वार्ड के स्लम एरिया के लोगों के बीच स्वच्छता मिशन को लेकर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं होने की भी बात केंद्रीय टीम द्वारा कही गई।टीम के सदस्यों ने कहा कि इस दिशा में नगर निगम को लोगों को और जागरूक करने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि शहर के करीब हरेक जगहों पर लोग साफ-सफाई को लेकर सिर्फ जागरूक हैं बल्कि नगर निगम के कार्यों की सराहना भी की लेकिन बस स्टैंड एरिया में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई।वहीं दूसरी ओर नगर निगम के विभिन्न वार्डों में लिटरबिन (छोटे डस्टबिन) की कमी पर भी अफसोस जताया गया और इसकी रिपोर्ट उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को की है।मिशन के तहत केंद्र सरकार द्वारा नवंबर माह में लांच किए गए स्वच्छाग्रही एप और उसके लोगों द्वारा किए जा रहे इस्तेमाल पर भी केंद्रीय टीम ने खुशी प्रकट की है।टीम के सदस्यों ने इस बाबत भी आमजनों की राय जानी और अधिकांश युवाओं के मोबाइल पर इस संबंध में लेटेस्ट अपडेट मौजूद थे।नगर निगम में अबतक 55 लोगों ने इस एप के माध्यम से शिकायत दर्ज की है।जिसका नगर निगम द्वारा निष्पादन त्वरित कार्रवाई के तहत किया जा चुका है। केंद्रीय टीम के सदस्यों ने कहा कि इस बात की खुशी है कि शहर के युवाओं के बीच यह एप काफी प्रचलित हो रहा है और धीरे धीरे ही सही इसकी जानकारी आमजनों को भी होगी।