एमएसडीपी योजना अंतर्गत ठाकुरगंज प्रखंड में करोड़ों के घोटाला में संलिप्त कनीय अभियंता को ठाकुरगंज पुलिस ने पटना से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।लगभग तीन साल पुराने मामले में कनीय अभियंता रघुनाथ सिन्हा व तीन अन्य को अप्राथमिक अभियुक्त बनाया गया था।ठाकुरगंज थाना कांड संख्या 188/14 में भादवि की धारा 409, 406,34 के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार आरोपी रघुनाथ सिन्हा के अलावा अन्य आरोपी जमानत पर हैं।ठाकुरगंज थानाध्यक्ष राजेश कुमार तिवारी के अनुसार रविवार की रात गिरफ्तार कर लाए गए कनीय अभियंता को मेडिकल जांचोपरांत पुलिस अभिरक्षा में सोमवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत वर्ष 2013 में अल्पसंख्यक बहु क्षेत्रीय विकास योजना (एमएसडीपी) योजना अंतर्गत बड़े पैमाने पर कार्य करने के नाम पर करोड़ों की राशि की निकासी कर कार्य नहीं करने की सूचना पर जिला कल्याण पदाधिकारी डॉ.फतह फैयाज ने ठाकुरगंज थाना में कांड संख्या 261/13 दिनांक 4/12/13 धारा 409,120 बी भादवि में कांड अंकित कराया था।मामला उच्च न्यायालय में जाने के पश्चात राज्य सरकार ने बहु चर्चित एमएसडीपी के मामले को आर्थिक अपराध अनुसंधान को सौंपा।आर्थिक अपराध अनुसंधान विभाग के जांच में जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों का गला फंसता देख आनन-फानन में तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कार्यकारी पंचायत सेवक को अभियुक्त बनाते हुए ठाकुरगंज थाना में कांड संख्या 188/14 दिनांक 12/7/14 धारा 409, 406,34 भादवि दर्ज कराया था।मालुम हो की एमएसडीपी का घोटाला का पर्दाफंस केवल सच ने किया था ।