एशिया की इस बड़े दवा मंडी में बिना बिल के होते है दवा की सप्लाई, गोविन्द मित्र रोड में भारी मात्रा में ऐसी दवाइयों की खेप मिलती रहती है…
डुप्लीकेट और एक्सपायरी दवाओं का कारोबार कर रहे मौत के सौदागरों पर पुलिस की नकेल के बाद इसके तार दूर-दूर तक जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं। दिनांक-27.05.2017 को पुलिस और ड्रग विभाग की टीम ने गोविंद मित्र रोड में छापा मारकर नीरज सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनसे कई सुराग भी मिले हैं। कारोबारियों ने कैंसर और किडनी तक की दवा को नहीं छोड़ा है।शनिवार को गिरफ्तार दवा कारोबारी नीरज के गोदाम से 25 लाख की एक्सपायरी दवा बरामद हुई थी।इसे री-पैक किया जा रहा था।पटना के कई बड़े मेडिकल स्टोर में इसकी सप्लाई होनी थी।गोदाम से एंटी स्नेक वेनम का एक्सपायरी इंजेक्शन भी बरामद किया गया है।पुलिस सूत्रों की मानें तो नीरज इस धंधे में कई वर्षो से जुड़ा था।उसके संपर्क सरकारी अस्पताल के कुछ कर्मियों से थे।उसका कनेक्शन दिल्ली के नकली दवा कारोबारियों से भी है।पुलिस जल्द ही रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ करने वाली है।आप को बताते चले की इसी साल 10 जनवरी को पीरबहोर के जीएम रोड, बिहरी साव लेन, इनकम टैक्स गोलंबर और अगमकुआं में छापेमारी कर पुलिस ने सुनील कुमार, बबलू व मंटू कुमार को गिरफ्तार किया था।करीब 50 लाख रुपये की नकली दवा बरामद हुई थी।इसमें कैंसर और किडनी की दवा भी थी।वहीँ पटना के एसएसपी मनु महराज से पूछने पर उन्होंने बताया की नकली दवा के कारोबारियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।जीएम रोड में पूर्व में भी नकली और एक्सपायरी दवा की री-पैकिंग मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।नीरज से पूछताछ की जाएगी।नकली दवा के कारोबारियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।जीएम रोड में पूर्व में भी नकली और एक्सपायरी दवा की री-पैकिंग मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।गौर करे की दवा के कारोबारी पैसे के लिए कितना गंदा खेल खेल रहे हैं, इससे समझा जा सकता है।गौर करे की इन लोगो को किसी की जान की कोई फ़िक्र नहीं, इन्हें सिर्फ और सिर्फ पैसा से मतलव रहता है।आपको मालुम हो की गोविन्द मित्र रोड में भारी मात्र में ऐसी दवाइयों की खेप मिलती है।एशिया की इस सबसे बड़े दवा मंडी में बिना बिल के भी दवा सप्लाई की जाती है, जबकि पक्का बिल पर बैच नंबर से लेकर दवा के बारे में पूरी जानकारी होती है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर