एयर इंडिया का हाल किंगफिशर जैसा नहीं होने देंगे:-अशोक गजपति राजू
एयर इंडिया पर करीब 52 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है और वह 2012 में यूपीए सरकार द्वारा दिए गए 30 हजार करोड़ रुपये के बेलआउट पैकेज पर चल रही है।किंगफिशर एयरलाइन 2003 में शराब व्यापारी विजय माल्या ने शुरू की थी जिसे डीजीसीए ने ऑपरेशन्स में कमियों के कारण सस्पेंड कर दिया था।
सरकार एयर इंडिया को शराब व्यापारी विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइन जैसा नहीं बनाना चाहती है।नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि सरकार एयर इंडिया को किंगफिशर नहीं बनने देगी और एयर इंडिया देश की सेवा में लगी रहेगी।बता दें कि एयर इंडिया 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज में डूबी है।केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार नहीं चाहती है कि एयर इंडिया में काम करने वाला कोई भी कर्मचारी अपनी नौकरी गंवाए।राजू ने सदन को बताया कि एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए राजू ने कहा,’कोई नहीं चाहता कि कोई बेरोजगार हो जाए।हम नहीं चाहते कि एयर इंडिया का हाल किंगफिशर जैसा हो।हम चाहते हैं कि एयर इंडिया राष्ट्र की सेवा करे,नागरिकों की सेवा करे और ऊंचा उड़े।उन्होंने बताया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली के नेतृत्व में एक मंत्री स्तर की समिति एयर इंडिया के विनिवेश पर काम कर रही है और कोई भी सांसद कोई सुझाव देना चाहे तो इस समिति को दे सकता है।टैक्सपेयर्स के पैसे पर चल रही एयर इंडिया को लेकर सरकार का थिंक टैंक नीति आयोग पूरी तरह से निजीकरण का सुझाव दे चुका है।एयर इंडिया पर करीब 52 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है और वह 2012 में यूपीए सरकार द्वारा दिए गए 30 हजार करोड़ रुपये के बेलआउट पैकेज पर चल रही है।किंगफिशर एयरलाइन 2003 में शराब व्यापारी विजय माल्या ने शुरू की थी जिसे डीजीसीए ने ऑपरेशन्स में कमियों के कारण सस्पेंड कर दिया था।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर