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एयरलाइंस को देना पड़ा 15 करोड़ से ज्यादा का मुआवजा, हर दिन करीब 100 लोगों को एयरक्राफ्ट में नहीं चढ़ने देतीं…

प्लेन कन्फर्म टिकट होने के बाद भी जरूरी नहीं कि आप सफर कर ही पाएं।क्योंकि ओवर बुकिंग के कारण कन्फर्म टिकट के बावजूद एयरलाइंस कंपनियां हर दिन करीब 100 लोगों को एयरक्राफ्ट में नहीं चढ़ने देतीं। डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) के आंकड़ों के मुताबिक, विभिन्न एयरलाइंस ने 2 महीने में 5,586 पैसेंजर्स को बोर्डिंग करने से रोका।इनमें से 5,037 केस तो अकेले जेट एयरवेज के ही हैं।आखिरी मौके पर बोर्डिंग से  
इनकार करने के चलते एयरलाइंस को पैसेंजर्स को 15.62 करोड़ रुपए मुआवजा भी देना पड़ा।साथ ही डीजीसीए के नियमों के अनुसार रिफंड, दूसरी फ्लाइट में रीबुकिंग और होटल में ठहरने जैसी फैसिलिटीज भी देनी पड़ीं।एविएशन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादातर एयरलाइंस ‘पहले आओ, पहले पाओ’ की पॉलिसी पर पैसेंजर्स को बोर्डिंग पास जारी करती हैं।ओवर बुकिंग की स्थिति में अंतिम समय पर पहुंचे पैसेंजर्स को बोर्डिंग देने से इनकार कर दिया जाता है।ऐेसी स्थिति से बचने के लिए यात्री तय समय से पहले एयरपोर्ट पर एयरलाइंस के चेकइन काउंटर पर रिपोर्ट करें।ज्यादा मुनाफे के चक्कर में एयरलाइंस एक भी सीट खाली नहीं रखना चाहती।कैंसल होने वाली टिकटों के सबके अपने-अपने गणित हैं।इसके आधार पर सीटों से ज्यादा टिकटें बुक कर लेते हैं।इसे ओवर बुकिंग कहते हैं।कई बार टिकटें कैंसल नहीं होती और सारे पैसेंजर्स पहुंच जाते हैं।ऐसे में ऐन मौके पर कुछ यात्रियों को बोर्डिंग नहीं दी जाती।

एयरलाइंस रोके गए पैसेंजर्स मुआवजा…जेट एयरवेज 5037 15.37 करोड़, एअर इंडिया 49522.57 लाख, स्पाइस जेट 22 1.59 लाख, एयर एशिया 32 1.13 लाख…!

वही आपको बताते चले की एयर इंडिया स्टाफ और क़्रू मेंबर्स के साथ बुरा बर्ताव करने वाले पैसेंजर्स के खिलाफ नए रूल्स बनाने पर विचार कर रहा हैं।इनके तहत एयर इंडिया ऐसे लोगों पर फाइन लगा सकता है।अगर कोई शख्स फ्लाइट को 1 घंटे की देरी कराता है,तो उसे 5 लाख रुपए का फाइन भरना होगा।वहीं, 2 घंटे की देरी पर 10 लाख रुपए और 2 घंटे से ज्यादा की देरी पर 15 लाख रुपए फाइन देना पड़ेगा।ऐसा कहा जा रहा है कि एअर इंडिया खराब बर्ताव करने वाले पैसेंजर्स के लिए नो फ्लाई लिस्ट भी बना सकता है।बता दें कि पिछले दिनों शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ और टीएमसी सांसद डोला सेन पर एअर इंडिया के स्टाफ के साथ बुरा बर्ताव करने का आरोप लगा था।गायकवाड़ पर 23 मार्च को एअर इंडिया के स्टाफर को 25 बार सैंडल मारने का आरोप था।खुद उन्होंने मीडिया के सामने इसे कबूल भी किया था।माफी मांगने के

सवाल पर उन्होंने कहा था,मैं माफी नहीं मांगूगा, गलती मेरी नहीं, उनकी है।माफी उन्हें मांगनी चाहिए।गायकवाड़ पर एअर इंडिया समेत 7 एयरलाइन्स ने बैन लगा दिया था।हालांकि,बाद में यह बैन हटा लिया गया।आप गौर करे की  7 अप्रैल को टीएमसी की सांसद डोला सेन की वजह से दिल्ली-कोलकाता फ्लाइट 40 मिनट की देरी से उड़ी थी।ऐसा कहा गया था कि उन्होंने स्टाफ के साथ बहस की और एयर इंडिया के रूल को मानने से इनकार भी कर दिया।एअर इंडिया के स्टाफ ने डोला सेन से रिक्वेस्ट की कि वह उनकी मां की सीट इमरजेंसी एग्जिट के पास से शिफ्ट कर दें।सांसद डोला ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और हंगामा करने लगीं।सांसद की मां व्हील चेयर पर थीं।रूल के मुताबिक वह एग्जिट के पास नहीं बैठ सकती थी।यही वजह थी कि क्रू ने सांसद से उनकी सीट बदलने की रिक्वेस्ट की जिसे शुरुआत में उन्होंने मानने से इनकार कर दिया।

रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर 

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