आतंकी नईम का तार सिवान से जुड़ा, पुलिस ढूंढ़ रही होटलों में सुराग…
लश्कर आतंकी नईम उर्फ सोहेल का तार सीवान से जुड़े होने की संभावना बढ़ गई है।इसको लेकर सीवान की पुलिस अलर्ट है।आपको मालुम हो कि वर्ष 2017 अप्रैल में लश्कर आतंकी नईम उर्फ सोहेल के कुछ साथी सीवान में आकर यहां के कुछ होटलों में ठहरे थे।पुलिस को मिली इस गुप्ता सूचना के बाद से सीवान पुलिस अब लश्कर आतंकी नईम उर्फ सोहेल से जुड़े तथ्यों को तलाशने में जुट गई है।दिनांक-13.12. 17 को सुबह करीब 10:20 बजे से 12 बजे तक लगातार दो घण्टे चली छापेमारी का नेतृत्व खुद टाउन इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह एएसपी कार्तिकेय कुमार शर्मा के निर्देश पर कर रहे थे।अचानक हुई छापेमारी से होटलों में ठहरे लोगों में हड़कम्प मच गया।उधर बुधवार को जांच व छापामारी के लिए जैसे ही टाउन इंस्पेक्टर गश्तीदल की टीम के साथ होटलों में पहुंचे होटल के मैनेजरों में घबराहट बढ़ बढ़ गयी।एक-एक
पुलिस का दावा है कि सीवान आने वाले अधिकांश संदिग्ध फर्जी आईडी पर ठहरते हैँ और जैसे ही उन्हें पुलिस के आने की भनक मिलती है,भाग खड़े होते हैँ।बताते हैँ कि पुलिस उनके फोटो के आधार पर संदिग्धों के पहचान की कार्रवाई कर रही है।चर्चाओं की माने तो पुलिस को कुछ ऐसे भी फोटो हाथ लगे हैं,जिनके आईडी प्रथम दृष्टया जांच में फर्जी मिले हैं।
कर सभी ने होटल के रजिस्टर यह कहते हुए टाउन इंस्पेक्टर के हवाले कर दिया कि ऐसे किसी भी आदमी को उन्होंने कभी होटल में पनाह नहीं दी है।टाउन इंस्पेक्टर ने कहा कि प्रत्येक होटल में करीब 20 से 25 मिनट की चेकिंग की गई।जांच चल रही है,छापेमारी अन्य होटलों में भी होगी।आपको बताते हैँ कि किसी मुखबीर ने पुलिस को सूचना दी थी कि वर्ष 2017 के अप्रैल माह में लश्कर आतंकी नईम उर्फ सोहेल अपनी टीम के साथ सीवान पहुंचा था और यहां के कुछ होटलों में ठहर कर खाड़ी देशों में रहने वाले कुछ नामी गिरामी हस्तियों व यहां के कुछ जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की थी।बताते हैं कि तब एनआईए के कुछ अधिकारी भी जांच के लिए पहुंचे थे लेकिन तब उन्हें लश्कर आतंकी के साथियों को पकड़ने की अनुमति उच्चाधिकारियों से नहीं मिली थी।चर्चाओं की माने तो तब टीम लश्कर आतंकियों के साथियों की गतिविधियों पर बराबर नजर रख रही थी।पुलिस ने यह कार्रवाई तब शुरु की जब उसके कुछ साथियों के सीवान में होने की आशंका पुख्ता हो गई।पुलिस का दावा है कि सीवान आने वाले अधिकांश संदिग्ध फर्जी आईडी पर ठहरते हैँ और जैसे ही उन्हें पुलिस के आने की भनक मिलती है,भाग खड़े होते हैँ।बताते हैँ कि पुलिस उनके फोटो के आधार पर संदिग्धों के पहचान की कार्रवाई कर रही है।चर्चाओं की माने तो पुलिस को कुछ ऐसे भी फोटो हाथ लगे हैं,जिनके आईडी प्रथम दृष्टया जांच में फर्जी मिले हैं।ये कौन लोग हैं और कहां से आकर ठहरते हैं,पुलिस इस विन्दु पर गंभीरता से काम करना प्रारंभ कर दी है।सीवान टाउन इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि कुछ संदिग्धों के होटलों में चंद माह पूर्व ठहने की गुप्त सूचना मिली थी,जिसकी पुष्टि के लिए जिला मुख्यालय के तीन होटलों में बुधवार को छापामारी की गई और यात्री रजिस्टर की जांच की गई।जिन होटलों में छापामारी की गई,उनमें सीवान जंक्शन के सामने होटल क्लार्क इन,होटल राजधानी और होटल क्लार्क इन शामिल हैं।होटल के मैनेजर व कर्मचारियों से जांच व पूछताछ अभी जारी है।अभी कुछ भी स्पष्ट कहना मुश्किल है।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर