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अब देश में बनेंगे वीवीआईपी हेलिकॉप्टर……….

  • आइएमआरएच की होंगी ये खूबियां:

  • इंजन- 2

  • पेसेंजर क्षमता-18 (वीवीआइपी संस्करण) और 24( सैन्य संस्करण)

  • उड़ान क्षमता-3500 किलोग्राम भार के साथ 20000 फीट की ऊंचाई तक एक बार में 500 किमी

  • अधिकतम गति-230 किमी प्रति घंटा

अगस्ता-वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीद घोटाले के दाग धोने और भविष्य में ऐसे विवादों की जमीन खत्म करते हुए भारत ने अब देसी वीवीआईपी हेलीकॉप्टर निर्माण शुरु कर दिया है।रक्षा उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड इस नए हेलीकॉप्टर को तैयार कर रहा है जिसे नाम दिया गया है इंडियन मल्टीरोल हेलीकॉप्टर।बंगलोर में 11वें एयरो-इंडिया शो के दौरान एचएएल ने आइएमआरएच के एक लाइफ लाइज मॉडल को पेश किया।रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने मंगलवार को वायुसेना स्टेशन येलहंका पर नए हेलीकॉप्टर के मॉकअप मॉडल का मुआयना किया।माना जा रहा है कि सबकुछ ठीक चला तो अगले पांच सालों में यह हेलिकॉप्टर तैयार हो जाएगा।एचएएल के मुताबिक कंपनी की योजना 12 टन श्रेणी का एक ऐसा हेलिकॉप्टर तैयार करने की है जो 20 हजार फुट की ऊंचाई पर 3500 किलो वजन के साथ आसानी से उड़ान भर सके।इस तरह के हेलिकॉप्टर का सैन्य इस्तेमाल के लिए भी किया जा सकेगा।एचएएल अधिकारियों के अनुसार इस नए हेलिकॉप्टर का उपयोग दुर्गम इलाकों में सैनिकों को पहुंचाने के लिए,युद्ध के दौरान खोज और बचाव अभियानों में,एंटी सर्फेज ऑपरेशन,वीआईपी परिवहन और एअर एंबुलेंस के तौर पर किया जा सकेगा।सेना और वायुसेना के लिए तैयार किए जाने वाले हेलिकॉप्टरों में अधिक ऊंचाई पर और ज्यादा भार ले जानी की क्षमता होगी।वीआईपी वर्जन जहां 18 लोगों को ले जा सकेगा।वहीं सैन्य संस्करण 24 सैनिकों को ले जाने की क्षमता वाला होगा।नया हेलिकॉप्टर एक बार में 500 किमी तक सफर कर सकेगा।इसका एक संस्करण खासतौर पर नौसेना के लिए भी तैयार करने की योजना है।नए उड़नखटोलों को समंदर की गहराइयों में छुपी पनडुब्बियों को खोजकर खत्म करने की खूबियों से लैस किया जाएगा।नए बहुउद्देश्यीय हेलीकाप्टर में दो इंजन होंगे,हालांकि इसके लिए इंजन का चुनाव एचएएल को अभी करना है।हेलीकाप्टर को तैयार करने का काम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के रोटरी विंग रिसर्च एंड डिजाइन सेंटर बंगलोर को सौंपा गया है।उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना और वायुसेना बीते काफी समय से विभिन्न इस्तेमालों के लिए हेलीकॉप्टरों की जरूरत महसूस कर रहा है।भारत की अधिकतर सैन्य जरूरतें विदेश हेलीकॉप्टर ही अभी तक पूरी करते आए हैं।वीवीआईपी परिवहन के लिए अगस्ता-वेस्टलैंड कंपनी से 3600 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए 12 एडबल्यू-101 हेलिकॉप्टर सौदे में रिश्वतखोरी के आरोप लगे थे।मामले की जांच अब सीबीआइ कर रही है और आरोपों के घेरे में पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी भी हैं।अगस्ता-वेस्टलैंड सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों पर हुई सुनवाई में इतालवी कोर्ट ने कई लोगों के दोषी करार दिया था।

रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर 

 

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