लालू को सुरक्षाकर्मियों ने पिछले दरवाजे से निकाला…..
रांची विशेष सीबीआई कोर्ट के बाहर सैकड़ों लोग लालू प्रसाद यादव पर फैसला आने का इंतजार कर रहे थे,इसी बीच कोर्ट से खबर आयी कि वरिष्ठ वकील बिंदेश्वरी पाठक के निधन के कारण सजा पर आज बहस नहीं हो पाएगी।अब चारा घोटाला मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर सजा गुरुवार को सुनायी जाएगी।पुलिस काफी मशक्कत के बाद लालू को कोर्ट रूम लेकर पहुंची थी अब उसके सामने चुनौती यह थी कि आखिर उन्हें कोर्ट रूम से निकालकर जेल की ओर कैसे रवाना किया जाए।कोर्ट परिसर के बाहर लालू के सैकड़ों समर्थक मौजूद थे।इसलिए वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने सीबीआई कोर्ट के पिछले दरवाजे से लालू को बाहर निकाला।इससे पहले पुलिस ने आज सुबह
लालू की सजा के एलान से पहले जदयू नेता ने दिया बड़ा बयान…..
- जदयू विधान पार्षद सह प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद नेताओं द्वारा लालू की सजा के एलान से पहले कोर्ट के खिलाफ की जा रही बयानबाजी की आलोचना करते हुए कहा है कि लालू यादव को भ्रष्टाचार के मामले में न्यायिक छुतक लग चुका है,अब सजा का एलान होना है,लेकिन सजा की अवधि के ऐलान से पूर्व ही राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता माननीय शिवानंद तिवारी जी ने मीडिया के माध्यम से न्यायपालिका को जातीय आवरण में घेरने की कोशिश की है।
नीरज कुमार ने राजद नेता शिवानंद तिवारी के साथ पार्टी के अन्य नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि निश्चित रूप से यह न्यायपालिका जैसी स्वतंत्र संस्था पर एक सीधा प्रहार है,साथ ही साथ सामाजिक न्याय के पाखंड करने वाले लोग जो संपत्ति सृजन में लगे रहते हैं,उनके राजनीतिक महापाप को जातीय आवरण में घेरने की कोशिश है जो की दुखद है।उन्होंने कहा कि शिवानंद तिवारी जी के मन में लालूजी के परिवार के प्रति पुरानी दुश्मनी,घृणा का जो भाव था,आज उसका बेस्ट राजनीतिक सिजेरियन ऑपरेशन कर दिया।
नीरज कुमार ने शिवानंद तिवारी से पूछा है कि शिवानंद तिवारी जी बताइये-क्या भ्रष्टाचार के माध्यम से सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी जा सकती है ? क्या भ्रष्टाचार के माध्यम से धर्मनिरपेक्षता की लड़ाई लड़ी जा सकती है ? माननीय शिवानंद तिवारी जी ने लालू परिवार को आईना दिखाया,आज लालूजी को सजा के एलान से पूर्व न्यायपालिका को कठघरे में खड़ा कर दिया।
उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम से यह प्रमाणित हो रहा है कि माननीय लालू प्रसाद जी जो कि सजायाफ्ता होने के बावजूद नया सजा मुकर्रर होने के दौर में हैं,लेकिन राजनीति के नये दौर में राजद के अंदर एक नये राजनीतिक विभीषण का पदार्पण हो गया है,इनकी मंशा स्पष्ट है की आदरणीय लालू जी आप जेल की सलाखों के भीतर रहिए।न्यायपालिका को कठघरे में खड़ा कर बाबा ने तेजस्वी,तेज प्रताप,राबड़ी देवी को एहसास करा दिया की दुश्मन खोजने की जरूरत नहीं है,मैं साक्षात विराजमान हूं।बाबा का जहां-जहां पग पड़ा है,उनको पार लगाया है,और पर लगाने का अंतिम पायदान जो है,वह लालू जी का परिवार है।
भी काफी मुस्तैदी दिखायी।होटवार के बिरसा मुंडा कारा से लालू को कोर्ट लाना था और जेल के बाहर राजद कार्यकर्ता और नेताओं का जमावड़ा लगा था।जेल से इसी बीच एक सूमो गाड़ी बाहर निकली।तभी लालू समर्थकों का ध्यान उसपर गया।वे कुछ समझ पाते इससे पहले सूमो ने अपनी रफ्तार पकड़ ली,लेकिन समर्थकों ने फिर भी उस गाड़ी को रोकने का प्रयास किया।कुछ राजद नेताओं ने इस सूमो के पीछे अपनी गाड़ी दौड़ा थी और कोर्ट तक उस गाड़ी के पीछे चलते रहे।पहले खबर थी कि लालू को कोर्ट 10:30 बजे ले जाया जाएगा लेकिन जेल से गाड़ी 10 मिनट पहले निकली।बताया जा रहा है कि आज सुबह लालू समय पर उठे और रोज की तरह अपनी चाय ली जो बिना चीनी के थी।लालू प्रसाद को कोर्ट में सजा सुनाए जाने के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे।कोर्ट परिसर में 250 से 300 के करीब पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी थी।जेल के बाहर भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम थे।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर
kewalsachlive.in । Updated Date: Jan 4 2018 3:55PM
kewalsachlive.in । Updated Date: Jan 4 2018 3:35PM
kewalsachlive.in । Updated Date: Jan 4 2018 2:57PM