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बिहार में अब-तक 175 गिरफ्तार, 200 पर मुकदमा…

पटना देश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की घटनाओं के पीछे कुछ सोशल साइट्स का बड़ा इफेक्ट रहा है।कई झूठे मैसेज,पुराने फोटोग्राफ,वीडियो ताजा बताकर इन साइट्स पर चलाए जा रहे हैं।यह सच है कि 9 जिलों में सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश हुई।इसके पीछे राजनीतिक-धार्मिक मकसद भी रहा होगा,पर सच्चाई यह है कि जितनी तेजी से माहौल बिगड़ा, उतनी ही स्फूर्ति से नियंत्रित भी हुआ।अफवाहं जारी हैं।माहौल बिगाड़ने के जतन हो रहे हैं।सबको पता है यह कौन कर रहा है।माहौल बिगड़ने से एक को फायदा होगा पर नुकसान सब उठा रहे हैं।उपद्रवियों की हरकतों से सतर्क रहें और एक-दूसरे के मददगार बनें।बुद्ध और महावीर की धरती पर हिंसा की कोई जगह है ही नहीं।ऐसे में संयम और सद्भाव को बचाकर रखना ही होगा।यही हमारी ताकत है।

संयम और सद्भाव ही बिहार की ताकत, इसे बचाकर रखें…

अबतक 175 गिरफ्तार, 200 पर मुकदमा

17 मार्च-भागलपुर से शुरू हुई झड़प हिंदू नव वर्ष पर निकाले गए बाइक जुलूस के दौरान दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प। कार्रवाई- -2 एफआईआर।केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे समेत 8 पर केस दर्ज।

25 मार्च- औरंगाबाद में पथराव

रामनवमी जुलूस पर कथित तौर पर पथराव।पुलिस ने बल प्रयोग से भीड़ को काबू किया।कार्रवाई 150 लोग गिरफ्तार। शहर में धारा 144 लगाई गई।स्थिति पूरी तरह सामान्य।

27 मार्च- समस्तीपुर में आगजनी

रोसड़ा में चैती दुर्गा पूजा पर पथराव-आगजनी। कार्रवाई: दो स्थानीय भाजपा नेता समेत 13 हिरासत में। 57 गिरफ्तार। स्थिति नियंत्रण में।

28 मार्च-नालंदा व मुंगेर में तनाव

मुंगेर में सुरक्षाकर्मियों समेत 24 लोग घायल हो गए।नालंदा में पथराव हुआ।कार्रवाई 50 गिरफ्तार। 74 पर केस।

30 मार्च-नवादा में हिंसा,तोड़फोड़ 

कई दुकानों को जलाया,वाहनों में तोड़फोड़,पटना रांची हाईवे जामकर किया प्रदर्शन।कार्रवाई-हवाई फायरिंग,हालात काबू में।

इसके पीछे कहीं राजनीति तो नहीं ?

प्रदेश के 9 जिलों में बिगड़े माहौल के पीछे अगर राजनीति है तो बस इतना समझिए-भला आपका नहीं उस पार्टी या उस नेता का होगा।हम जहां हैं वहीं रहेंगे।कसम खाइए।लोगों के हाथों में मत खेलिए।दिल से नहीं,दिमाग से सोचिए।

इसके पीछे धार्मिक संगठन तो नहीं !

प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश के पीछे अगर कोई धार्मिक संगठन है तो आप किसी के बहकावे में न आएं।उनसे सवाल पूछें।पता लगाएं कि सद्भाव बिगाड़ने से उन्हें हासिल क्या होगा।पता करें इससे किसका भला हो सकता है।

रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह 

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