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पल्लवी आत्महत्या मामले ने पकड़ा तूल, महिला पर्यवेक्षक यूनियन ने दिया धरना

किशनगंज एलएस पल्लवी कुमारी की आत्महत्या का मामला जोर पकड़ने लगा है।13 अप्रैल को मामले की सीबीआई जांच कराने सहित अन्य मांगों को लेकर बिहार राज्य आइसीडीएस महिला पर्यवेक्षिका एवं कर्मचारी यूनियन की जिला इकाई द्वारा अंबेडकर टाउन हॉल के समीप मृतका पल्लवी को श्रद्धांजलि देते हुए एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया।धरना पर बैठे महिला पर्यवेक्षिकाओं सहित कर्मियों ने मृतका पल्लवी मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।धरना-प्रदर्शन में पटना से आए बिहार राज्य आइसीडीएस एवं कर्मचारी यूनियन संघ के प्रदेश महासचिव कुमार विंदेश्वर सिंह, जदयू विधायक मुजाहिद आलम,भाजपा नेत्री स्वीटी सिंह, सिकंदर सिंह भी शामिल हुए।धरना के बाद सभी महिला पर्यवेक्षिकाएं जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपने पहुंची लेकिन दोनों पदाधिकारियों के कार्यालय में नहीं रहने के कारण समाहरणालय में

  • पल्लवी कुमारी के द्वारा की गई शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने वालों के खिलाफ भी जांच हो।
  • एक तरफ पति की बेवफाई और दूसरी तरफ अधिकारियों की रूसवाई के बीच अपनी जिंदगी की जंग से हार गई पल्लवी
  • पांच पर्यवेक्षिका द्वारा शशिकला के खिलाफ दिए गए आवेदन की जांच हो।
  • ढाई वर्ष न्याय के लिए भकटती रही पर्यवेक्षिका पल्लवी कुमारी अपने ऊपर हुए अत्याचार की शिकायत विगत तीन वर्षों से करती रही।लेकिन उसे न्याय नहीं मिला।
  • पल्लवी कुमारी आत्म हत्या मामले में जिला के कई अधिकारी आ सकते हैं जाँच के घेरे में
  • पल्लवी कुमारी समेत कई महिला सुपरवाइजर (LS) ने जिला पदाधिकारी को दिनांक 21.9.2016 को आवेदन देकर गुहार लगाई थी कि CDPO शशिकला हमलोगों को बहुत ही अपमानित करती है।आवेदन के बाद जिला के एक वरीय अधिकारी ठाकुरगंज मे सभी LS को बुलाकर धमकी देने के साथ ही नौकरी से बर्खास्त करने की भी बात कह दी।
  • LS के आवेदन पत्र में जिला के वरीय अधिकारी से लेकर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी तक का नाम शामिल हैं,मगर अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हो कर महिला सुपरवाइजार (LS) का ही तबादला कर दिया जाता है जो बहुत गंभीर मामला है महिला सुपरवाइजर द्वारा सीबीआई जांच कराने की मांग की गई है…

जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी यशस्पति मिश्र को व एसपी कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को मांग पत्र सौंपा।धरना को संबोधित करते विधायक मुजाहिद आलम ने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मुख्य सचिव, प्रधान सचिव व मंत्री को मामले के सभी तथ्यों के साथ अवगत कराएंगे।उन्होंने जल्द से जल्द सीडीपीओ शशिकला की गिरफ्तारी की मांग की।उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच सीबीआई से कराई जाए ताकि जो भी दोषी हो उस पर कड़ी कार्रवाई किया जा सके।इसके अलावा उन्होंने कहा की मृतका पल्लवी व अन्य के द्वारा सीडीपीओ शशिकला के विरुद्ध आवेदन देने के बावजूद जिला प्रशासन के द्वारा कार्रवाई नहीं करना शिथिलता को उजागर करता है। उन्होंने स्पीडी ट्रायल कर जल्द से जल्द आरोपितों को सजा दिलाने की मांग की।बिहार राज्य आईसीडीएस एवं कर्मचारी यूनियन संघ के प्रदेश महासचिव कुमार विंदेश्वर सिंह ने कहा कि महिला पर्यवेक्षिका पल्लवी मामले में नामजद किए गए सीडीपीओ शशिकला की गिरफ्तारी यदि जल्द से जल्द नहीं

की गई तो पुरे राज्य की महिला पर्यवेक्षिका, सेविका एवं सहायिका सड़क पर उतरने को मजबूर हो जाएगी।पल्लवी की आत्महत्या के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन में अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष प्रहलाद सरकार, धीरज कुमार सहित सैकड़ों महिला पर्यवेक्षिका शामिल थी।विधायक मुजाहिद आलम ने बेवाक कहा कि मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के मामले में कभी समझौता नहीं कर सकते।इस मामले में दोषी जो भी होंगे,उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई किया जाएगा।पूर्व विधायक सिकन्दर सिंह ने भी आक्रोशित होकर कहा कि पल्लवी की मौत के दो दिन बीत गए।लेकिन अब तक आरोपी को जिला प्रशासन गिरफ्तार नहीं कर सकी है।उन्होंने राज्य सरकार से मांग

किया कि पल्लवी के परिवार को 25 लाख का मुआवजा दें।साथ ही उनके बच्चों के बालिग होने तक उनके पठन-पाठन का खर्च सरकार वहन करे।पल्लवी की आत्महत्या के दोषी अब तक बाहर कैसे है।उन्होंने कहा कि सरकार पल्लवी के परिजनों को मुआवजा दें।साथ ही इस प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने का आदेश दे।महिला पर्यवेक्षिकाओं ने मांग किया कि पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच हो।पल्लवी कुमारी के द्वारा की गई शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने वालों के खिलाफ भी जांच हो।पांच पर्यवेक्षिका द्वारा शशिकला के खिलाफ दिए गए आवेदन की जांच हो।जिला प्रोग्राम पदाधिकारी द्वारा पल्लवी की चयनमुक्ति आदेश को निरस्त किया जाए।एवं पल्लवी को अनुग्रह अनुदान राशि दिया जाए।ढाई वर्ष न्याय के लिए भकटती रही पर्यवेक्षिका पल्लवी कुमारी अपने ऊपर हुए अत्याचार की शिकायत विगत तीन वर्षों से करती रही।लेकिन उसे न्याय नहीं मिला।व्यवस्था से टूटकर उसने आत्म हत्या कर ली।एक बहुत बड़ा प्रश्न यह है की जिला प्रसाशन जिस प्रकार सीडीपीओ शशिकला को शहर छोड़ने का मौका दिया उसी तरह उसे यथाशीघ्र गिरिफ्तार करे अन्यथा हम सभी सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे और इसका जिम्मेवार सीधे तौर पे बिहार सरकार होगा।

सीडीपीओ शशिकला सिंह (फाइल फोटो)

अब समझना आसान है कि शशिकला के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई होगी।कहते है मुसीबत कभी अकेले नहीं आती।एक तरफ पति की बेवफाई और दूसरी तरफ अधिकारियों की रूसवाई के बीच अपनी जिंदगी की जंग पल्लवी जीतने की कगार पर आ चुकी थी।अनुभव प्रमाण-पत्र का नहीं मिलना पल्लवी की रही सही कसर निकाल दी।पल्लवी सिंह के आत्महत्या मामले में पुलिस आरोपियों का कॉल डिटेल खंगालने में जुटी है।पल्लवी कुमारी आत्महत्या कांड के संबंध में एसडीपीओ कामिनिबाला से किशनगंज महिला पर्यवेक्षिकाओ का एक शिष्टमंडल मिला।जिन्होंने इस मामले में जल्द से जल्द दोषी (शशिकला) को सजा देने की गुहार लगाई गई।एसडीपीओ कामिनिबाला ने दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर आश्वासन दिया है।एसडीपीओ कामिनीबाला ने कहा कि आरोपियों का कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही है।पुलिस जगह जगह छापेमारी कर रही है।जल्द ही सीडीपीओ शशिकला सिंह व अजय कुमार सिंह को पुलिस गिरफ्तार करेगी।इस दौरान शोकसभा में पटना से आई हेमलता, जहानाबाद से आई रुबी कुमारी, पूर्णिया से आई प्रीति कुमारी, लक्ष्मी, पूनम व सबिता रानी, कटिहार से आई निवेदित रानी, सोनी कुमारी, कामिनी कौशल, लक्ष्मी कुमारी व किरण कुमारी, स्थानीय नीतू कुमारी, वाजदा खातून, राहत जहां, आशा कुमारी, प्रीति कुमारी, श्वेता कुमारी, रूबी कुमारी, स्वीटी कुमारी, रंजू जायसवाल, सुनीता देवी, खैरूनिशा सहित अन्य महिला पर्यवेक्षिका मौजूद थी।

रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह 

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